
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में 10 से 12 फरवरी को लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन को लेकर उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। इसके साथ ही अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए कि लखनऊ, ग्रेटर नोएडा, आगरा और वाराणसी में मोहक साज-सज्जा और विदेश से आने वाले अतिथियों का पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया जाए। सीएम योगी कहते है कि जी-20 की मेजबानी को अविस्मरणीय बनाने लखनऊ में जी-20 पार्क भी बनाया जाएगा।
इन शहरों को भव्य बनाने की जाए तैयारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ब्रांड यूपी से दुनिया का परिचय कराने के लिए यह जी-20 सम्मेलन बहुत ही ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण अवसर है। इस संबंध में होने वाली सभी तैयारियों को समय के साथ पूरा किया जाए। सीएम योगी कहते है कि यह वैश्विक समारोह उत्तर प्रदेश के लिए अपार संभावनाएं लेकर आया है। यह कार्यक्रम 'ब्रांड यूपी' को दुनिया से परिचय कराने का शानदार मंच हैं और इस वैश्विक समारोह का अधिकाधिक लाभ लेना चाहिए। भारत की अध्यक्षता वाले जी-20 के एक वर्ष की अवधि में उत्तर प्रदेश के वाराणसी, लखनऊ आगरा और ग्रेटर नोएडा में अलग-अलग कार्यक्रम होने प्रस्तावित हैं। इन सभी शहरों में अतिथि देवो भव की भारतीय भावना के अनुरूप आयोजन को भव्य बनाने की तैयारी की जाए।
भारत योग परंपरा को अपना रही है दुनिया
जी-20 के आयोजन में स्वच्छता, सुंदरता, सुरक्षा और सुव्यवस्था का मानक हो तो इसके लिए एक टीम के रूप में सभी को प्रयास करना होगा। सीएम योगी कहते है कि जी-20 सम्मेलनों की मेजबानी वाले शहरों को भव्य स्वरूप दिया जाए। शहर में ऐतिहासिक के साथ-साथ सांस्कृतिक महत्व वाली विरासतों पर आकर्षक लाइटिंग की जानी चाहिए। इतना ही नहीं अतिथियों के भ्रमण रास्तों की दीवारों पर प्रदेश की संस्कृति को दर्शाने वाले चित्रों को प्रदर्शित किया जाए। उन्होंने कहा कि भारत की योग परंपरा को आज पूरी दुनिया अपना रही है। इस वजह से सूर्य नमस्कार के विभिन्न मुद्राओं को प्रदर्शित करती हुई प्रतिमाएं लगाई जा सकती हैं।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किए जाए ये इंतजाम
सीएम योगी ने कहा कि सभी चार शहरों में होने वाले आयोजन में स्थानीय संस्कृति को थीम बनाया जाए। जैसे राजधानी लखनऊ में अवध संस्कृति, आगरा में ब्रज संस्कृति, रंगोत्सव, वाराणसी में गंगा संस्कृति को थीम बनाकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इसके लिए स्थानीय सांस्कृतिक समूहों, स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लें। उन्होंने कहा कि विदेशी आगन्तुकों की सुरक्षा के मानक अनुरूप प्रबंध किए जाएं। मेडिकल इमरजेंसी, ट्रैफिक इत्यादि के संबंध में भी आवश्यक व्यवस्था की जाए। अतिथियों के भोजन में उत्तर प्रदेश की विविधतापूर्ण खान-पान संस्कृति का समावेश होना चाहिए। योगी कहते है कि गृह विभाग द्वारा सभी डेलीगेट्स की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जाए। हर डेलीगेट्स के साथ एक लाइजनिंग अधिकारी की तैनाती की जाए। लाइजनिंग अधिकारी की विधिवत ट्रेनिंग कराई जाए।
एक हफ्ते पहले स्वच्छता का चलाया जाए अभियान
जी-20 की मेजबानी सिटी इंफ्रास्ट्रक्चर, सुंदरीकरण के लिए भी अच्छा मौका है। इसलिए जिस रूट पर डेलीगेट्स का आवागमन होना है, आवश्यकतानुसार वहां की सड़कों को व्यवस्थित कराया जाए। मुख्यमंत्री कहते है कि स्वच्छता पर हमें खास ध्यान देना होगा। जिन शहरों में सम्मेलन होने हैं, वहां कार्यक्रम की तिथि से एक हफ्ते पहले ही स्वच्छता का विशेष अभियान चलाया जाए। इन सभी शहरों को प्लास्टिक फ्री बनाने का प्रयास हो। जी-20 सम्मेलन के सफल आयोजन में इंटरनेट कनेक्टिविटी की बड़ी भूमिका होगी। कार्यक्रम स्थल पर ग्लोबल मानकों के अनुरूप हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध हो ताकि वैकल्पिक व्यवस्था भी रखी जाए।
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