उपराष्ट्रपति की लखनऊ से अयोध्या और फिर वहां से वाराणसी तक की ट्रेन की यात्रा के लिए प्रेसिडेंशियल ट्रेन की रैक का उपयोग होगा या फिर दूसरी बोगियों से इसे तैयार किया जाएगा। इसे लेकर रेलवे बोर्ड और मंडल रेल प्रशासन के बीच मंथन चल रहा है।
लखनऊ: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए 15 अप्रैल को अयोध्या जा रहे हैं। खास बात यह है कि उपराष्ट्रपति अपना सफर स्पेशल ट्रेन से तय करेंगे। पहले वो लखनऊ पहुंचेंगे फिर ट्रेन से अयोध्या जाएंगें। वहां पर प्रभु श्रीराम के दर्शन करने के बाद वो वाराणसी के लिए रवाना होंगे।
ट्रेन से जाएंगे लखनऊ से अयोध्या
उपराष्ट्रपति की लखनऊ से अयोध्या और फिर वहां से वाराणसी तक की ट्रेन की यात्रा के लिए प्रेसिडेंशियल ट्रेन की रैक का उपयोग होगा या फिर दूसरी बोगियों से इसे तैयार किया जाएगा। इसे लेकर रेलवे बोर्ड और मंडल रेल प्रशासन के बीच मंथन चल रहा है।
ये रहेगा कार्यक्रम
उपराष्ट्रपति की ट्रेन 15 अप्रैल की सुबह नौ बजे चारबाग स्टेशन से रवाना होगी। बाराबंकी होते हुए ट्रेन 11 बजे अयोध्या रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। उपराष्ट्रपति वहां प्रभु श्रीराम के दर्शन करेंगे। उपराष्ट्रपति के वापस अयोध्या स्टेशन आने के बाद यह ट्रेन दोपहर 2:50 बजे रवाना होकर शाम 5:50 बजे वाराणसी पहुंचेगी।
लखनऊ डीजल शेड में दो इंजन को तैयार किया जा रहा है। इन इंजनों में कोई तकनीकी दिक्कत न हो, इसके लिए लाकबुक का पूरा परीक्षण हो रहा है। छह रेलवे गार्ड और छह लोको पायलट भी तैयार किए गए हैं। कंट्रोल रूम में अधिकारियों की तैनाती भी होगी, जो उपराष्ट्रपति की ट्रेन की निगरानी करेंगे। उपराष्ट्रपति की ट्रेन संचालन के समय इस सेक्शन की दूसरी ट्रेनों को रोका जाएगा।
ट्रेन के आगे दौड़ेगा एक पायलट इंजन
उपराष्ट्रपति की ट्रेन के आगे एक पायलट इंजन भी दौड़ेगा। जिला पुलिस के साथ जीआरपी और आरपीएफ इस पूरे रेलखंड की निगरानी करेंगी। रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति की स्पेशल ट्रेन की रैक का चयन दो दिनों में कर लिया जाएगा। रेलवे ने लखनऊ से अयोध्या होकर वाराणसी तक पूरे ट्रैक की मरम्मत शुरू कर दी है। लाइन की पेट्रोलिंग भी बढ़ायी गई है।
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