मोदी सरकार ने भले ही मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक के दंश से बचाने के लिए तीन तलाक विरोधी कानून बनाया है, लेकिन आज भी मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक का दंश झेल रही हैं।
बुलंदशहर. मोदी सरकार ने भले ही मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक के दंश से बचाने के लिए तीन तलाक विरोधी कानून बनाया है, लेकिन आज भी मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक का दंश झेल रही हैं। ताजा मामला यूपी के बुलन्दशहर का है। सात समंदर पार सउदी अरब में बैठे पति ने मामूली बात पर पत्नी को फोन पर ही 3 तलाक दे दिया। पीड़िता ने एसएसपी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। एसएसपी ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
तीन तलाक पीड़िता ने बताया, मैं जहांगीराबाद की रहने वाली हूं। मेरा निकाह साल 2011 में बुलन्दशहर के राशिद के साथ हुआ था। निकाह के बाद राशिद सउदी में काम करने चला गया। मैं बुलन्दशहर में अपनी ससुराल में रहती थी। पति के विदेश में होने के कारण ससुराल पक्ष के लोग पहले दहेज में कार की मांग करने लगे और जब मांग पूरी नही हुई मुझे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। विवाद बढ़ने पर पति ने फोन पर ही सउदी से 4 महीने पहले 3 तलाक दे दिया।
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि, पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करने के आदेेश दिये गये है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।