पूर्व विधायक और ब्राह्मणों को लेकर किए गए आपत्तिजनक कमेंट डॉ वाईपी सिंह को भारी पड़ गए हैं। उनके खिलाफ जांच टीम का गठन किए जाने के साथ ही उनका तबादला कर दिया गया है। यही नहीं उनसे वित्तीय और प्रशासनिक दायित्व भी छीन लिए गए हैं।
प्रयागराज: ब्राह्मणों को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी का खामियाजा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर के चिकित्साधिकारी डॉ. वाईपी सिंह को भुगतना पड़ गया है। ऑडियो वायरल होने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई सामने आई है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नानक सरन की ओर से डॉ. वाईपी सिंह का तबादला धनूपुर ब्लाक के संसारीपुर में कर दिया गया है।
छीने गए वित्तीय दायित्व
तबादला किए जाने के साथ ही डॉ. वाईपी सिंह से वित्तीय और प्रशासनिक दायित्व भी छीन लिए गए हैं। इतना ही नहीं डॉ. अमित सिंह के नेतृत्व में एक जांच कमेटी का गठन भी कर दिया गया है। यह जांच कमेटी एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट भेजेगी।
राजनीतिक लोगों ने भी की थी कार्रवाई की मांग
डॉ. वाईपी सिंह का ऑडियो वायरल होने के बाद उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई थी। आम जनता के साथ ही राजनीतिक दलों की ओर से भी एक्शन की मांग की जा रही थी।
गौरतलब है कि डॉ. वाईपी सिंह का ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा था। इसमें वह किसी शख्स से बात कर रहे थे। बात के दौरान उन्होंने पूर्व विधायक उज्जवल रमण सिंह को लेकर जमकर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया। इसी के साथ ब्राह्मणों को लेकर भी उनकी ओर से अभद्र टिप्पणी की गई। जिसके बाद से लगातार उन पर कार्रवाई की मांग की गई।
पूर्व विधायक नीलम करवरिया ने भी की थी निंदा
डॉक्टर के इस तरह से आपत्तिजनक बयानों को लेकर पूर्व विधायक नीलम करवरिया ने भी ऐतराज जताया था। उन्होंने जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री और मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नानक सरन से इसको लेकर बात की थी। इसी के साथ कहा था कि सरकारी पदों पर रहते हुए ऐसी भाषा का इस्तेमाल निंदनीय है।
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