CM योगी का एक और मास्टर प्लान, प्रवासी श्रमिकों को क्वारंटीन पूरा होते ही दिया जाएगा रोजगार

प्रवासी श्रमिकों की वापसी के बाद यूपी की योगी सरकार अब उन्हें रोजगार मुहैया कराने की कार्ययोजना बनाने में जुटी हुई है। सीएम योगी ने इसके लिए प्रदेश के सभी विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं

Asianet News Hindi | Published : May 9, 2020 11:31 AM IST / Updated: May 09 2020, 05:02 PM IST

लखनऊ(Uttar Pradesh).  प्रवासी श्रमिकों की वापसी के बाद यूपी की योगी सरकार अब उन्हें रोजगार मुहैया कराने की कार्ययोजना बनाने में जुटी हुई है। सीएम योगी ने इसके लिए प्रदेश के सभी विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सूबे में रोजगार सबंधी संभावनाओं वाले क्षेत्रों की पहचान कर ली गयी है। आने वाले दिनों में दूसरे प्रदेशों से लौटे हुनरमंद और कर्मठ श्रमिकों के बूते उत्तर प्रदेश रेडीमेड गारमेंट, खाद्य प्रसंस्करण, गो आधारित उत्पाद, फूलों की खेती और फूलों से बनने वाले सह उत्पादों का हब बन सकता है। इस बाबत अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया जा चुका है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उप्र देश का पहला राज्य है जिसने दूसरे प्रदेशों में रह रहे अपने श्रमिकों एवं कामगारों की सुरक्षित और सम्मानजनक वापसी की शुरुआत की। मार्च के अंतिम हफ्ते से देश की राजधानी दिल्ली से शुरू यह सिलसिला अब भी जारी है।अब तक विभिन्न राज्यों से ट्रेनों और बसों के जरिए करीब आठ लाख श्रमिक लाए जा चुके हैं। उम्मीद है कि कुल 20 लाख प्रवासी इस दौरान अपने घरों को लौटेंगे। इन सबको स्थानीय स्तर पर उनके हुनर के अनुसार रोजगार देने को हम प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए दीर्घकालीन और अल्पकालीन दोनों तरह की योजनाएं सरकार के पास हैं. इसके लिए हमने श्रम कानूनों में संसोधन भी किया है।

हर रोज तीन दर्जन ट्रेनों से आ रहे प्रवासी
सीएम योगी ने कहा कि पिछले तीन दिनों में 80 ट्रेनों से करीब सवा लाख प्रवासी श्रमिक उप्र पहुंच चुके हैं। अभी भी ये सिलसिला जारी है। अगले कुछ दिनों तक रोज श्रमिकों को लेकर 35 से 40 ट्रेनें उप्र में पहुंचेंगी। खाड़ी देशों से आज हवाई जहाज से आने वालों में भी सब अपने प्रदेश के श्रमिक एवं कामगार ही हैं। हर श्रमिक से क्वारंटीन सेंटर में उसकी प्रतिभा की जानकारी ली जा रही है। सेहत की जांच में स्वस्थ्य पाये जाने वाले को 1000 रुपये भरण-पोषण भत्ता और तय मात्रा में राशन के साथ होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जा रहा है। संदिग्ध को क्वारंटाइन सेंटर पर ही आगे की जांच के लिए आइसोलेट कर दिया जा रहा है। सभी जिलों के जिलाधिकारियों को इस प्रक्रिया हर हाल में अनुपालन कराने के बाबत निर्देश दिये जा चुके हैं।

क्वारंटीन पूरी होते ही रोजगार देने का लक्ष्य 
सीएम योगी ने कहा कि हमारा लक्ष्य क्वारंटीन पूरा करने वाले श्रमिकों को तुरंत काम देने का है। मनरेगा, ईंट भट्ठे, चीनी मिलें और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों से जुड़ी इकाईयों में इनको समायोजित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में ग्रेडिंग, प्रसंस्करण, पेकिंग, ट्रांसपोरटेशन और विपणन के क्षेत्र में भारी संभावनाएं हैं। इसी तरह हम उप्र को रेडीमेड गारमेंट का भी हब बना सकते हैं। गोवंश के जरिए गो अधारित जैविक खेती, गो मूत्र और गोबर से बनने वाले उत्पादों और फूलों से बनने वाले इत्र, अगरबत्ती और उसके बचे हिस्से से कंपोस्ट की संभावनाओं को भी कल्टीवेट किया जाय। सरकार महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा देने को प्रतिबद्ध है। सेल्फ हेल्प ग्रुप के जरिए महिलाओं को हर संभावित क्षेत्र में समायोजित किया जाएगा।

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