मुलायम सिंह यादव के साढ़ू ने उनके बेटे अखिलेश यादव पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने अखिलेश पर हमला करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए है कि वो नेता जी को बंधक बना कर रखे है, किसी से भी मिलने नहीं देते हैं। मुलायम सिंह के साढ़ू औरैया की बिधूना विधानसभा क्षेत्र के पूर्व सपा विधायक रह चुके।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के साढ़ू और औरैया की बिधूना विधानसभा क्षेत्र के पूर्व सपा विधायक प्रमोद गुप्ता (Pramod Gupta) ने सपा सुप्रिमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने अखिलेश पर हमला करते हुए बोला कि वो मुलायम सिंह यादव को बंधक बना कर रखे है, किसी से भी मिलने नहीं देते हैं। इतना ही नहीं, 22 नवंबर को जन्मदिन पर नेता जी से उन्होंने माइक छीन लिया था। उनकी धरा में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की विचार धारा बदल गई है। सपा से विधायक रहे प्रमोद कुमार गुप्ता का भाजपा के प्रति रुझान व सदस्य जल्द लिए जाने की चर्चा के बीच उन्होंने अखिलेश पर आरोप लगा दिया।
प्रमोद गंभीर आरोप लगाते हुए कहते है कि जो लोग मुलायम सिंह यादव को बुरा भला कहते थे, उसमें उनका खुद का बेटा शामिल हो गया है। इस पार्टी में माफिया व अपराधियों को शरण दी जा रही है। मुलायम सिंह का अपमान उनके बेटे अखिलेश यादव द्वारा किया जा रहा है। जिस पार्टीं में वो अपने पिता का सम्मान नहीं कर रहें, उसमें रहने का कोई मतलब नहीं हैं। इसलिए वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने जा रहे। साथ ही गुरुवार को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर लेंगे जिसके लिए वह लखनऊ पहुंच गए हैं।
बता दे कि प्रमोद गुप्ता मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता ( अभी साधना यादव) के बहनोई हैं और मुलायम सिंह यादव के साढ़ू है। वह एक बार टिकट न मिलने पर निर्दलीय नगर पंचायत का चुनाव लड़े और जीते थे। इसके बाद 2012 में सपा ने प्रमोद गुप्ता एलएस को बिधूना विधानसभा का टिकट दिया था। लेकिन साल 2012 से 2017 तक चली सपा सरकार में एलएस को कोई बड़ा ओहदा नहीं मिल सका।
इसके बाद दोनों भाई मुलायम और शिवपाल में सियासत को लेकर उथल-पुथल शुरू हुई तो वह शिवपाल के खेमें में चले गए। साल 2017 के चुनाव में प्रमोद बिधूना से टिकट मांग रहे थे, लेकिन अखिलेश यादव ने उनको टिकट न देकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय धनीराम वर्मा के पुत्र दिनेश वर्मो गुड्डू को टिकट दे दिया था। 2022 के चुनाव में वह फिर से दावेदारी पेश कर रहे थे। इधर बिधूना विधायक विनय शाक्य और उनके भाई देवेश के भाजपा छोड़ कर सपा का दामन थामने पर उम्मीद कम लग रही है। जिसके बाद बगावत शुरू हुई और आखिर में मुलायम सिंह के साढ़ू ने भाजपा का दामन थामने का ऐलान कर दिया। फिलहाल वह पार्टी में शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंच चुके है। उन्होंने बताया कि वह अपने समर्थकों के साथ भाजपा ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता लेगें।