समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर को निधन हो गया। उन्होंने सोमवार सुबह सवा 8 बजे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। बता दें कि मुलायम सिंह यादव को यूरिन में इन्फेक्शन के चलते 26 सितंबर को अस्पताल में एडमिट करवाया गया था।
Mulayam Singh Yadav Passes Away: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर को निधन हो गया। उन्होंने सोमवार सुबह सवा 8 बजे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। बता दें कि मुलायम सिंह यादव को यूरिन में इन्फेक्शन के चलते 26 सितंबर को अस्पताल में एडमिट करवाया गया था। बता दें कि मुलायम सिंह यादव ने जिस अस्पताल में अंतिम सांस ली, 93 दिन पहले वहीं उनकी पत्नी साधना गुप्ता का निधन हुआ था।
साधना के बाद 92 दिन जिंदा रहे मुलायम :
बता दें कि मुलायम सिंह यादव ने गुरुग्राम के उसी अस्पताल में अपने प्राण त्यागे जहां ठीक 93 दिन पहले उनकी दूसरी पत्नी ने आखिरी सांस ली थी। पत्नी के निधन के बाद मुलायम सिर्फ 92 दिन जिंदा रहे। साधना बीजेपी नेता अपर्णा यादव की सास और प्रतीक यादव की मां थीं।
19 साल पहले हुआ था पहली पत्नी का निधन :
बता दें कि मुलायम सिंह यादव की पहली शादी मालती से हुई थी। अखिलेश यादव उन्हीं के पुत्र हैं। 2003 में मुलायम सिंह की पहली पत्नी और अखिलेश यादव की मां मालती देवी का निधन हो गया था। उनके निधन के कुछ महीनों बाद मुलायम ने अपने से 20 साल छोटी छोटी साधना गुप्ता को दूसरी पत्नी का दर्जा दिया था। साधना गुप्ता का इसी साल जुलाई, 2022 में निधन हो गया।
क्या होता है राजकीय सम्मान, कब और कैसे घोषित किया जाता है राजकीय शोक, क्या हैं इसके नियम?
कौन थीं साधना गुप्ता?
साधना गुप्ता इटावा जिले की बिधुना तहसील की रहने वाली थीं। उनकी पहली शादी 4 जुलाई 1986 को फर्रुखाबाद के चंद्रप्रकाश गुप्ता से शादी हुई थी। वो 7 जुलाई, 1987 को एक बेटे की मां बनीं, जिसका नाम प्रतीक यादव है। बेटे के जन्म के दो साल बाद ही साधना और चंद्रप्रकाश अलग हो गए। बाद में साधना गुप्ता मुलायम सिंह यादव के संपर्क में आईं और 23 मई, 2003 को उन्होंने साधना गुप्ता को पत्नी का दर्जा दे दिया।
जब साधना ने बचाई मुलायम की मां की जान :
कहा जाता है कि मुलायम सिंह यादव की मां मूर्ति देवी जब बीमार थीं तो उस दौरान नर्सिंग की ट्रेनिंग कर रहीं साधना गुप्ता ने लखनऊ के एक नर्सिंग होम में उनकी जान बचाई थी। दरअसल, एक दिन अस्पताल में नर्स मूर्ति देवी को गलत इंजेक्शन लगाने वाली थी, तभी वहां मौजूद ट्रेनी नर्स साधना गुप्ता ने उसे रोक लिया। कहते हैं कि इसी घटना के बाद मुलायम सिंह यादव साधना गुप्ता से काफी प्रभावित हुए। इसके बाद धीरे-धीरे दोनों एक-दूजे के करीब आ गए।
ये भी देखें :
Mulayam Singh Yadav Family Photos: परिवार के साथ मुलायम सिंह यादव की 10 यादगार तस्वीरें