चाचा तहसील में सिविल बार के अधिवक्ता थे। पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। परिजनों की मानें तो एक महीने पहले इस विवाद का निपटारा भी हो चुका है।
अलीगढ़ (Uttar Pradesh) । मामूली बात को लेकर भतीजों ने चाचा को गोलियों से भून दिया, जबकि बचाव में आई चाची की घसीटते हुए पिटाई किया। इसके बाद उनके माथे में गोली मारकर फरार हो गए। घायल चाची को जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
सिविल बार के अधिवक्ता थे वेदप्रकाश
कासगंज के कोतवाली क्षेत्र के नंदे नगला, मोहनपुर निवासी वेद प्रकाश राजपूत (35) पुत्र अर्जुन सिंह कोल तहसील में सिविल बार के अधिवक्ता थे। पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। पिछले कई सालों से नगला तिकोना स्थित कर्पूरी नगर में मकान बनाकर मां शांति देवी व बच्चों के साथ रहते थे।
यह माना जा रहा घटना का कारण
पैतृक मकान बेगमबाग, क्वार्सी में है, जिसके बंटवारे व 40 हजार रुपये के लेन-देन को लेकर अधिवक्ता वेदप्रकाश का बड़े भाई व राशन डीलर देवेंद्र सिंह से विवाद था। परिजनों की मानें तो एक महीने पहले इस विवाद का निपटारा भी हो चुका है।
इस तरह दिए घटना को अंजाम
सुबह करीब दस बजे देवेंद्र के बेटे हिमांशु व कमल बाइक से वेदप्रकाश के घर पहुंचे। जहां उनके बीच कहासुनी हो गई। गुस्से में दोनों भतीजों ने चाचा के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पति को बचाने पहुंची चाची कविता को भी आरोपियों ने घसीटकर पीटा फिर पिस्टल से गोली चला दी। गोली माथे में लगने पर वह लहूलुहान हो गईं। हमलावर धमकी देते हुए भाग गए। वारदात के बाद खलबली मच गई।