प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में 'आईडीएफ वर्ल्ड डेयरी समिट 2022' का उद्घाटन करेंगे। पूरे 48 साल बाद भारत वर्ल्ड डेयरी समिट की मेजबानी करने जा रहा है। इस कार्यक्रम में देश-विदेश के एक्सपर्ट और व्यवसायी भारी संख्या में जुड़ेंगे।
नोएडा: उत्तर प्रदेश के जिले नोएडा में सोमवार 12 सितंबर को 48 साल बाद भारत वर्ल्ड डेयरी समिट की मेजबानी करने जा रहा है। शहर में होने वाले इस कार्यक्रम में देश-विदेश के एक्सपर्ट और व्यवसायी जुटेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद दुनिया के लोगों से दूध पर बात करेंगे और दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में भारत की भूमिका और उसके महत्व को रखेंगे। इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए राज्य सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीएम मोदी के स्वागत के लिए रविवार के नोएडा पहुंच रहे है और दो दिन तक वह वहीं रहेंगे।
1974 में मिला था देश को पहला मौका
साल 1974 में भारत को पहला अंतरराष्ट्रीय डेयरी कांग्रेस की मेजबानी का अवसर मिला था। देश को दोबारा मौका इतने सालों बाद मिला है इसलिए दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में वैश्विक ब्रांडिंग पर फोकस कर रहा है, ताकि दुनिया के बाजार में देश के उत्पादों की धाक जमें और निवेश के लिए कंपनियां भी आकर्षित हो। यह कार्यक्रम शहर में 12 से 15 सितंबर तक होगा और करीब 50 देशों के लगभग 1500 प्रतिभागियों ने नामांकन किया है। जिसमें से संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, न्यूजीलैंड, कनाडा और बेल्जियम से बड़ी संख्या में पंजीकरण हुए हैं। यह समिट पोषण और आजीविका के लिए डेयरी विषय पर केंद्रित है।
शहर में ड्रोन को लेकर लगी हैं रोक
वहीं इस कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था भी की गई है। गौतमबुद्ध नगर में पुलिस ने आठ अगस्त को ही एक आदेश पारित किया था, जिसमें लिखा था कि ग्रेटर नोएडा और नोएडा में 15 सितंबर तक निजी व्यक्तियों या संगठनों के द्वारा ड्रोन के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है। शहर में शुरू होने वाले वर्ल्ड डेयरी समिट-2022 के मद्देनजर सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सीआरपीसी की धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया गया था। बता दें कि सीएम योगी बागपत दौरे के बाद ग्रेटर नोएडा पहुंचेंगे।