
मुज्फरनगर. डीएम कार्यालय के बाहर पहुंचकर जिले के रोहाना गांव के लोगों ने गुरुवार को जमकर प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा। मामला भू-माफिया से जुड़ा हुआ है। दरअसल, यहं के ग्रामीण लंबे समय से चकबंदी की डिमांड कर रहे हैं लेकिन भूमाफियाओं की वजह से यह काम पूरा नहीं हो पा रहा है। लोगों का आरोप है कि भूमाफिया गांव की चकबन्दी नहीं होने दे रहे हैं। अधिकारी आते हैं तो ये लोग उन्हें डरा-धमकार भगा देते हैं। अगर चकबंदी के बाद खेतों में जाने के लिए रास्ता और नाली नहीं मिलती है तो हमारे पास पलायन के सिवाय कोई दूसरा रास्ता नहीं रहेगा।
खबर अखबार में तो छपती है लेकिन अधिकारी नहीं लेते हैं कोई एक्शन
एक ग्रामीण सतेंद्र सैनी ने बताया, इस संबंध में डीएम साहब से कई बार मीटिंग हो चुकी है लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। डीएम और शासन को भूमाफिया के बारे में सब पता है लेकिन कार्रवाई के नाम पर लीपापोती के सिवाय आज तक कुछ नहीं हुआ।
अच्छा काम कर रही योगी सरकार लेकिन अधिकारियों की वजह से हम पलायन करने पर मजबूर
एक अन्य ग्रामीण संजीव भरद्वाज ने कहा, स्थितियां अगर ऐसी ही बनी रहीं तो पूरे गांव के पास पलायन के अलावा और कोई दूसरा विकल्प नहीं बचेगा। सरकार हमें संरक्षण नहीं दे सकती तो हम किसके भरोसे यहां रुके। योगी सरकारी की तारीफ करते हुए संजीव ने कहा, सरकार अच्छा काम कर रही है लेकिन अधिकारी सही नहीं हैं। डरकर रहने से अच्छा है, वह कहीं और जाकर रह लेंगे।
एडीएम अलोक कुमार ने गांव वालों क समस्या पर कहा, रोहाना खुर्द गांव से कई किसान हमारे पास आए थे। चकबंदी को लेकर उन्होंने एक ज्ञापन सौंपा है। उनका आरोप था कि कुछ लोग चकबंदी में अड़ंगा पैदा कर रहे हैं। एसओसी उपेंद्र कुमार और सीओ चकबंदी को बुलाकर पूरे मामले को समझा है। हम एक-दो दिन में गांव में चकबंदी की प्रक्रिया को पूरा करा देंगे।
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