काशी की बेटी की आधी बॉडी है सुन्न, न चल सकती न उठ सकती..PM मोदी पूरा करने जा रहे 2 साल पहले किया वादा

सुमेधा दिव्यांग है और शूटर भी। इस दौरान सुमेधा ने पीएम मोदी को अपनी सफलता और शूटिंग चैंपियनशिप के बारे में बताया था। तब उसने मोदी से काशी में यहां कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के  निशानेबाज हैं, लेकिन यहां एक भी अच्छी शूटिंग रेंज नहीं है। प्रधानमंत्री जी आपसे निवेदन है कि वाराणसी में एक अच्छा शूटिंग रेंज बनवा दीजिए। 

Asianet News Hindi | Published : Jul 14, 2021 10:26 AM IST / Updated: Jul 14 2021, 03:59 PM IST

वाराणसी (उत्तर प्रदेश). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जुलाई को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे। इस यात्रा के दौरान मोदी काशी की जनता के लिए करीब 1550 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की सौगात देंगे। वहीं पीएम काशी की दिव्यांग बेटी को दो साल पहले दिए वादे को भी पूरा करेंगे। 

दो साल पहले किया वादा होने जा रहा पूरा
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 फरवरी 2019 को जब वाराणसी आए थे तो उनसे दिव्यांग बेटी सुमेधा पाठक से मुलाकात की थी। सुमेधा दिव्यांग है और शूटर भी। इस दौरान सुमेधा ने पीएम मोदी को अपनी सफलता और शूटिंग चैंपियनशिप के बारे में बताया था। तब उसने मोदी से काशी में यहां कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के  निशानेबाज हैं, लेकिन यहां एक भी अच्छी शूटिंग रेंज नहीं है। प्रधानमंत्री जी आपसे निवेदन है कि वाराणसी में एक अच्छा शूटिंग रेंज बनवा दीजिए। जिससे गंगा के शहर से भी शूटिंग चैंपियन निकल सकें। अब पीएम सुमेधा से किया वादा 15 जुलाई  को पूरा करने जा रहे हैं। इसी दिन वह शूटिंग रेंज का शिलान्यास करेंगे।

मोदी भी दिव्यांग बेटी से हुए प्रभावित
बता दें कि दिव्यांग बेटी सुमेधा ने  प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के लिए 21 हजार रुपए का चेक प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए दिया था। जिसकी तारफी पीएम ने उसके सिर पर हाथ रखकर की थी। अब जब सुमेधा का सपना पूरा हो रहा है तो उसने मीडिया से बात करते हुए पीएम को धन्यवाद देते हुए कहा कि मैं पीएम जी की बहुत बड़ी आभारी हूं, जो उन्होंने मेरी बात सुनते हुए यहां के खिलाड़ियों की पंख दिए हैं। वाराणसी और आसपास के जिलों अब कई निशानेबाज निकलेंगे और अपने शहर के साथ देश का नाम भी रोशन करेंगे।

व्हीलचेयर पर ही बैठकर करती है निशानेबाजी
सुमेधा ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही है। वह 2016 में इंटरमीडिएट में कॉमर्स सब्जेक्ट से सीबीएसई की दिव्यांग वर्ग की परीक्षा में टॉपर रही है। वह व्हीलचेयर पर ही बैठकर घर में निशानेबाजी की प्रैक्टिस करती है। इतना ही नहीं उसने 12 मीटर के शूटिंग रेंज में स्टेट और नेशनल चैंपियनशिप में अपना परहमच लहराया है। 

गंभीर बीमारी से पीड़ित है सुमेधा
सुमेधा के पिता काशी में दवा का कारोबार करते हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उनकी बेटी पैराप्लेजिक बीमारी से पीड़ित है। जिसके चलते उसका में कमर के नीचे का हिस्सा कोई काम नहीं करता है। उसे एहसास नहीं होता है कि शरीर में वह हिस्सा है भी कि नहीं। इतना ही नहीं वह रोजाना के नित्यक्रिया के लिए भी दूसरों पर ही आश्रित रहती है।

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