कानपुर एनकाउंटर: पुलिस ने गिरवाया विकास दुबे का मकान, आईजी बोले-जमीनों पर अवैध कब्जा कर बना था

कानपुर में चौबेपुर के बिक्ररू गांव में गुरूवार की देर रात शातिर अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों की फायरिंग में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। घटना के कुछ ही घंटे के बाद पुलिस की फिर से बदमाशों से मुठभेड़ हुई जिसमे शातिर विकास दुबे गैंग के दो बदमाश मारे गए

Asianet News Hindi | Published : Jul 4, 2020 8:48 AM IST

कानपुर(Uttar Pradesh).  कानपुर में चौबेपुर के बिक्ररू गांव में गुरूवार की देर रात शातिर अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों की फायरिंग में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। घटना के कुछ ही घंटे के बाद पुलिस की फिर से बदमाशों से मुठभेड़ हुई जिसमे शातिर विकास दुबे गैंग के दो बदमाश मारे गए। इस मामले में मुख्य आरोपी विकास अभी भी फरार है। इसी बीच इस मामले में एक बड़ी खबर आई है। पुलिस ने हत्यारे विकास दुबे के चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव स्थित उस मकान को ढहाने की कार्रवाई शुरू करवाई है जहां ये पूरी घटना घटी थी। बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने गांव की जमीनों पर कब्जा करके ये मकान बनाया था। पूरी तरीके से अवैध इस मकान को लेकर ग्रामीणों में हमेशा से आक्रोश था। मकान गिराने की कार्रवाई की चलते विकास दुबे की नौकरानी और बच्चों को पुलिस ने अपनी कस्टडी में ले लिया है।

पुलिस अफसर शनिवार सुबह भारी पुलिस बल लेकर बिकरू गांव पहुंचे, और जेसीबी से विकास दुबे का घर गिरवाने की कार्रवाई शुरू करा दी। जेसीबी मशीन ने अपना काम शुरू कर दिया है। पुलिस मकान को जमींदोज करने के साथ ही विकास की लग्जरी कारों को जेसीबी से पूरी तरह से डैमेज कर दिया। इसके साथ ही ट्रैक्टर और अन्य वाहनों के साथ मकान की एक-एक चीज को तोड़ दिया गया। उधर, विकास दुबे के नेपाल भागने की भी आशंका के चलते लखीमपुर खीरी जिले की पुलिस भी अलर्ट पर है। लखीमपुर खीरी की एसपी पूनम ने बताया, नेपाल बॉर्डर पर अलर्ट कर दिया गया है। यहां नेपाल से जुड़ी 120 किमी की सीमा है, चार थाने हैं, हर जगह फोटो चस्पा कर दी गई है।मीडिया के लोगों को वहां से 300 मीटर दूर ही रोक दिया गया है। मौके पर जिले के एसपी पश्चिम अपर्णा गुप्ता खुद मौके पर हैं। 

अवैध जमीन पर कब्जा कर बनाया था मकान 
आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि विकास दुबे ने अपनी गुंडई के बल पर इस मकान को तमाम जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जा कर बनाया था और इस मकान को अड्डे की तरह इस्तेमाल करता था। ग्रामीण अरसे से उसके आतंक से परेशान थे। आईजी ने बताया कि फिलहाल कई टीमें विकास दुबे को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही हैं। एक टीम भारत के बाहर भी भेजी गई है। इसके अलावा यूपी के कई जिलों में भी छापेमारी जारी है। वहीं पुलिस के अंदर से ही मुखबिरी होने की बात पर आईजी ने कहा कि जांच जारी है, जो भी दोषी पाया जाएगा, उसकी नौकरी तो जाएगी ही, गिरफ्तार कर जेल भी भेजा जाएगा।

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