ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा, पूर्व की सरकारों के भ्रष्टाचार के कारण बिजली कंपनियां लगातार घाटे में जा रही थीं।
मथुरा. यूपी में बिजली दरों में बढ़ोत्तरी को लेकर योगी सरकार में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा, पूर्व की सरकारों के भ्रष्टाचार के कारण बिजली कंपनियां लगातार घाटे में जा रही थीं। बिजली की जो दरें बढ़ती हैं, उन पर आयोग फैसला लेता है। बिजली कंपनियां अपना प्रस्ताव आयोग को देती हैं।
उन्होंने कहा, सरकार की प्रतिबद्धता है कि गरीब, गांव और किसान पर ज्यादा बोझ न पड़े। आयोग के आग्रह को सरकार ने माना है। लेकिन, लाइफ लाइन कंज्यूमर को हमने डिस्टर्ब नहीं किया। किसान से 150 रुपए प्रति हॉर्स पॉवर की दर से बिजली बिल लिया जा रहा था, अब 170 रुपए हॉर्स पावर की दर से लिया जाएगा। ये दरें मजबूरी में बढ़ाई गईं हैं।
शर्मा ने कहा, 40 फीसदी बिजली आपूर्ति में बढ़ोत्तरी की है। पहले बिजली नहीं आती थी। अब 18 घंटे गांव को, 20 घंटे तहसील और 24 घंटे मुख्यालय को बिजली मिल रही है। एक करोड़ घरों में कनेक्शन दिया गया है। दो अक्टूबर तक एक करोड़ 12 लाख लोगों के घरों तक बिजली पहुंच जाएगी। मायावती और अन्य विपक्षी दल इस पर सियासत न करें। उनके कार्यकाल में बिजली नहीं आती थी, सिर्फ बिजली दरें बढ़ती थीं।