
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 10 जून को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के मामले में आरोपी बनाए गए ऑल इंडिया मजलिस ए मुस्लिमीनऔर समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेताओं की संपत्ति कुर्क की जाएगी। प्रयागराज पुलिस ने इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी है।
इन नेताओं की संपत्ति होगी कुर्क
जानकारी के मुताबिक, एमआईएम के जिलाध्यक्ष शाह आलम, पार्टी नेता जीशान रहमानी, सपा पार्षद फ़जल खान, वामपंथी नेता आशीष मित्तल और एक्टिविस्ट उमर खालिद के खिलाफ पहले से गैर जमानती वारंट जारी है। ये पांचों प्रयागराज हिंसा मामले में नामजद आरोपी हैं। अब उनकी संपत्तियां भी कुर्क की जाएंगी।
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
जानकारी के मुताबिक ये पता चला है कि पुलिस ने कोर्ट में सीआरपीसी की धारा 82 के तहत कुर्की की प्रक्रिया शुरू करने की नोटिस जारी किए जाने की इजाज़त मांगी है। यह नोटिस जारी होने के 1 महीने बाद धारा 83 के तहत कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
नुपुर शर्मा के बयान के बाद भड़की थी हिंसा
बता दें कि बीजेपी की प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर को लेकन दिए गए बयान पर हिंसा ने विकराल रूप ले लिय़ा था। हिंसा बढ़ने के बाद योगी सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गई थी और उसने दंगाई पर एफआईआर दर्ज करवाया था और इस हिंसा के मास्टरमांइड रहे लोगो को हिरासत में लेकर उनकी घर पर बुलडोज़र चलवा दिया था। अब उसी को लेकर कुछ राजनीतिक पार्टियों के नेताओें जिनका नाम इस हिंसा में सामने आ रहा है। उनकी प्रॉपर्टी कुर्क करने की तैयारी हो रही है।
अलग-अलग जेल में भेजे गए बंदी
रविवार को हुए इस बदलाव के बाद मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद का नया ठिकाना देवरिया जेल बन गया है। उसे नैनी जेल से देवरिया जेल में दाखिल करवा दिया गया। जबकि पेश इमाम अहमद अली को कानपुर नगर, मो. परवेज को फतेहगढ़, साहब को अलीगढ़, इमरान अहमद को आगरा, फैज खान को गौतमबुद्ध नगर, आरिफ अली को झांसी जेल भेजा गया है। इसी के साथ अन्य बंदियों को भी स्थानांतरित किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जेल में रहकर भी गड़बड़ी फैलाने की आशंका के मद्देनजर इन सभी की जेल को बदला गया है और उन्हें अलग-अलग जनपदों में ट्रांसफर किया गया है। वहीं मामले को लेकर वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय ने बताया कि प्रशासनिक आधार पर 10 बंदियों की जेल को बदला गया है। उन्हें संबंधित जेलों में दाखिल करवा दिया गया है।
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