यूपी के उन्नाव में ट्रांस गंगा सिटी में जमीन अधिग्रहण में मुआवजे को लेकर किसानों ने उग्र प्रदर्शन किया। किसानो ने रविवार को ट्रांस गंगा सिटी एरिया के करीब 1 किलोमीटर की परिधि में बने सब स्टेशन पर हमला कर दिया। किसानों ने सब स्टेशन के पास पड़े प्लांट के पाइपों को आग के हवाले कर दिया
उन्नाव(Uttar Pradesh). यूपी के उन्नाव में ट्रांस गंगा सिटी में जमीन अधिग्रहण में मुआवजे को लेकर किसानों ने उग्र प्रदर्शन किया। किसानो ने रविवार को ट्रांस गंगा सिटी एरिया के करीब 1 किलोमीटर की परिधि में बने सब स्टेशन पर हमला कर दिया। किसानों ने सब स्टेशन के पास पड़े प्लांट के पाइपों को आग के हवाले कर दिया। आगजनी की इस घटना से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में दमकल की गाड़ियां मौके पर भेजी गईं जिन्होंने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। वही इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गयी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर जहां मामले में सरकार को घेरा है वहीं बीजेपी ने इसे राजनैतिक साजिश करार दिया है। फिलहाल इस पूरे मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
क्यों प्रदर्शन कर रहे किसान
किसानों का आरोप है कि उन्हें जमीन का सही मुआवजा नहीं दिया गया। उनकी मांग है कि मौजूदा वक्त के हिसाब से उनकी जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए। जबकि डीएम देवेंद्र पांडेय का कहना है कि किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है। प्रशासन के पास किसानों का कोई बकाया नहीं है। इसी मामले में शनिवार सुबह किसान नेता हरेंद्र निगम और सुरेंद्र यादव के नेतृत्व में ट्रांस गंगा सिटी पर किसानों ने लाठी डंडे के साथ धावा बोल दिया। 500 से अधिक किसान प्रदर्शन में शामिल थे। यूपीसीडा के चीफ इंजीनियर संदीप चंंद्रा का घेराव कर काम बंद कराने के लिए किसानों ने मजदूरों को खदेड़ दिया। ट्रांस गंगा सिटी परिसर में भी तोड़फोड़ की गई। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए बल प्रयोग भी किया। रविवार सुबह किसान अधिक उग्र हो गए। मौके पर 12 थानों की पुलिस और पीएसी की टुकड़ी को भी तैनात किया गया है।
बात-चीत के बाद भी नहीं सुलझा मामला
शनिवार सुबह से ही अफसर प्रशासन और किसानों के बीच बातचीत का रास्ता निकालने की कोशिश में जुटे रहे। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई। जिसमें पुलिस के तीन वाहन क्षतिग्रस्त हुए। पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। लाठी चार्ज होते ही किसानों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसमें सीएओ सिटी और एक चौकी इंचार्ज घायल हो गए। वहीं दो किसान भी घायल हो गए। वहीं रविवार की सुबह भी किसानो के उग्र आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठी चार्ज करने व हवाई फायरिंग की भी सूचनाएं आ रही है।
भाजपा सरकार में ही होता है किसानो का अपमान-प्रियंका
प्रियंका गांधी ने उन्नाव मामले में ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा "उप्र के CM क्या केवल किसानों पर लच्छेदार भाषण ही दे पाते हैं? क्योंकि भाजपा सरकार में किसानों का अपमान ही होता रहता है। उन्नाव में जमीन का मुआवज़ा मांग रहे किसानों की पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर दी। महिला किसानों को भी पीटा गया। किसानों की जमीन ली है तो मुआवजा तो देना ही होगा। जिसके बाद मामले में राजनीति तेज हो गई।
बीजेपी ने बताया राजनैतिक साजिश
बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि ये मुआवजे का नहीं राजनीति से जुड़ा प्रदर्शन है। उन्होंने कहा कि मामले में शासन की तरफ से 1925 किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है, वहीं 114 किसानों को सिर्फ इसलिए मुआवजा नहीं मिल सका है क्योंकि उनकी जमीनों को लेकर उनके आपसी मुकदमे चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जाहिर है ये मुआवजे को लेकर प्रदर्शन नहीं है। इस प्रदर्शन के पीछे राजनीतिक साजिश है। उन्होंने कहा कि मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं जल्द ही सारा सच सबके सामने आ जाएगा।
डीएम बोले दिया जा चुका है मुआवजा
इस मामले में डीएम उन्नाव देवेंद्र कुमार पांडेय का कहना है कि सभी किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है। 5 लाख 51 हजार रुपये जमीन का मुआवजा और 7 लाख रुपये एक्स ग्रेशिया का अलग से पेमेंट इन्हें किया जा चुका है। इसके आलावा 6 प्रतिशत जमीन किसानों को मुफ्त दी गई है। करीब 700 किसानों ने हमें समर्थन पत्र भी दिया है कि उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। कुछ लोग हैं, जो निजी स्वार्थ में किसानों को भड़का रहे हैं। इसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।