यूपी विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का एक दल से दूसरे दल में जाने का सिलसिला जारी है। पीएसपी चीफ शिवपाल सिंह यादव को बड़ा झटका लगा है। शिवपाल सिंह यादव के बेहद करीबी पूर्व सांसद रघुराज शाक्य और मुरारी गुप्ता ने बीजेपी का दामन थाम लिया है।
सुमित शर्मा
कानपुर: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Election) में राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का एक दल से दूसरे दल में जाने का सिलसिला जारी है। पीएसपी चीफ शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) को बड़ा झटका लगा है। शिवपाल सिंह यादव के बेहद करीबी पूर्व सांसद रघुराज शाक्य (Raghuraj Shakya) और मुरारी गुप्ता ने बीजेपी (BJP) का दामन थाम लिया है। रघुराज शाक्य के बीजेपी में जाने से एसपी-पीएसपी गठबंधन की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। बीजेपी ने जसंवतनगर सीट (Jaswantnagar Seat) पर शिवपाल सिंह यादव को घेरने के लिए प्लान तैयार किया है। इटावा की जसवंतनगर सीट पर शिवपाल सिंह के सामने विवेक शाक्य को उतारा है।
प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। शिवपाल सिंह यादव का परिवारिक विवाद होने के बाद समाजवादी पार्टी से अलग हो गए थे। सपा छोड़ने के बाद शिवपाल सिंह यादव ने प्रसपा का गठन किया था। उस दौरान बड़ी संख्या में सपा से असंतुष्ट नेताओं ने प्रसपा का दामन थाम लिया था। जिसमें से इटावा के पूर्व सांसद रघुराज शाक्य भी थे। रघुराज शाक्य शिवपाल के करीबियों में गिनती होती थी।
शिवपाल सिंह के करीबी रघुराज शाक्य एक बार सदरसीट से विधायक और दो बार इटावा से सांसद रह चुके हैं। विधानसभा चुनाव 2022 में चाचा-भतीजे मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। इस स्थिति में एसपी छोड़कर प्रसपा में शामिल होने वाले नेताओं के पास कोई विकल्प नहीं बचा था। शिवपाल के करीबी पूर्व सांसद रघुराज शाक्य और मुरारी गुप्ता ने बीजेपी का गमछा धारण कर लिया है।
जसवंतनगर सीट पर कभी नहीं खिला कमल
इटावा की जसवंतनगर सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाता है। इस सीट पर सपा संरक्षक मुलायम सिंह (Mulayam Singh) 06 बार विधायक रह चुके हैं। वहीं शिवपाल सिंह यादव लगातार पांच से विधायक हैं। विधानसभा चुनाव 2017 में मोदी लहर होने के बावजूद भी बीजेपी जसवंतनगर सीट पर कमल नहीं खिला पाई थी। इससे पहले भी इस सीट पर बीजेपी का कमल कभी नहीं खिला है।
बीजेपी ने विवेक शाक्य को बनाया है प्रत्याशी
बीजेपी समाजवादी पार्टी के गढ़ में कमल खिलाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी ने वरिष्ठ समाजसेवी मनोज शाक्य के बेटे विवेक शाक्य को चुनावी मैदान में उतारा है। बीजेपी ने जसवंतनगर सीट से विवेक शाक्य को उतार ओबीसी कार्ड खेला है। विवेक शाक्य की ओबीसी वोट बैंक में अच्छी पकड़ है।
शिवपाल सिंह के करीबी लगाएंगे सेंध
बीजेपी ने शिवपाल सिंह यादव को उनके ही गढ़ घेरने के लिए बीजेपी ने खास प्लान तैयार किया है। जसवंतनगर सीट को जीतने के लिए बीजेपी ने विवेक शाक्य के समर्थन में रघुराज सिंह शाक्य और मुरारी गुप्ता को उतारा है। शाक्य समाज पिछले कई दशकों से मुलायम सिंह के परिवार को वोट दे रहा है। बीजेपी का दामन थामने वाले रघुराज शाक्य जो कभी एसपी के लिए वोट मांगते थे, अब बीजेपी को वोट करने की अपील करेंगे।
जसवंतनगर सीट पर जातिगत आकड़े
इटावा की जसवंतनगर सीट से शिवपाल सिंह यादव विधायक हैं। इस सीट पर यादव वोटरों की संख्या 01.40 लाख है। अनुसूचित जाति के वोटरों की संख्या 77 हजार के करीब है। कुशवाहा वोटरों की संख्या 45 हजार है। ब्राह्मण वोटरों की संख्या 18 है, वहीं मुस्लिम वोटरों की संख्या 12 हजार के करीब है।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।
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