
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी में अब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। जहां एक तरफ अखिलेश यादव के चाचा व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव के पार्टी छोड़ने के कयास चल रहे है तो वहीं दूसरी ओर पार्टी के नेता इस्तीफा भी दे रहे है। इतना ही नहीं आजम खान के समर्थक अखिलेश यादव के खिलाफ लगातार मोर्चा खोले हुए है। इसी कड़ी में मशहूर शायर मुनव्वर राना के भाई राफे राना ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने दलील देते हुए कहा कि अगर आजम खान की जगह मुलायम सिंह जेल में होते तो क्या अखिलेश यादव ऐसे ही चुप बैठे रहते।
संभले अखिलेश अन्यथा मायावती जैसा होगा हाल
इतना ही नहीं इस दौरान राफे राना ने मुलायम सिंह यादव की राजनीति को सही ठहराते हुए अखिलेश यादव को मुसलमानों के लिए कुछ भी नहीं किए जाने का आरोप भी लगाया है। मशहूर शायर मुनव्वर राना के भाई राफे राना का कहना है कि साल 2022 चुनाव में 99 प्रतिशत मुसलमानों ने उन्हें वोट दिया और उनकी 95 फीसद सीटें मुस्लिम वोटों की वजह से ही आई है। लेकिन वोट बैंक के लिए अखिलेश यादव मुसलमानों से दूरी बनाए रहे। आखिर में राफे राना कहते है कि अभी भी वक्त है, अखिलेश यादव संभल जाए अन्यथा उनका भी बिल्कुल वहीं हाल होगा जैसा बहुजन समाजवादी पार्टी की अध्यक्ष मायावती का हुआ है।
मुनव्वर के भाई राफे राना योगी की बात से हुए सहमत
विधानसभा चुनाव के बीच मशहूर शायर मुनव्वर राना का एक बयान काफी चर्चा में आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि वो योगीराज में खुद को असुरक्षित महसूस करते है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा था कि अगर योगी दोबारा सीएम बनते है तो वो यूपी छोड़ देंगे। तो वहीं उनके भाई राफे राना को अब सीएम योगी आदित्यनाथ में सच्चाई नज़र आने लगी है। राफे राना सीएम योगी आदित्यनाथ की इस बात से सहमत हैं कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद आजम खान को जेल से बाहर नहीं देखना चाहते हैं। सपा के कद्दावर नेता और पार्टी में मुस्लिम चेहरे की हैसियत रखने वाले आजम खान के करीबी राफे राना ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर भड़ास निकाली है।
मुसीबत में समाजवादी पार्टी ने छोड़ा आजम का साथ
आपको बता दें कि इससे पहले भी पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता इकराम कुरैशी ने समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने आजम खान के साथ न्याय नहीं किया। आजम खान बहुत बड़ी मुसीबत में हैं और पार्टी ने ऐसे समय में उनका साथ नहीं दिया। इसलिए उनके मीडिया प्रभारी का जो बयान आया है वो एकदम सही है। इसके साथ ही कुरैशी ने ये भी कहा कि आजम खान को अब समाजवादी पार्टी छोड़ देनी चाहिए। सपा सरकार में पूर्व राज्यमंत्री इरशाद खान, समाजवादी पार्टी के नेता कासिम राईन ने भी पार्टी से इस्तीफा दिया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था अखिलेश यादव मुसलमानों पर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ कभी आवाज नहीं उठाते। उनको कोई रूचि ही नहीं है।
बागपत में दो पक्षों में मारपीट से आधा दर्जन लोग हुए घायल, लड़की से छेड़छाड़ को लेकर हुआ था विवाद
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।