रामपुर में अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब वह सीएम थे तो उनके पास मौजूदा सीएम की फाइल आई थी। लेकिन सपा के लोग नफरत की राजनीति नहीं करते और इसी के चलते उन्होंने फाइल वापस कर दी।
रामपुर: समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आसिम रजा के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुंचे पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब वह सीएम थे तो उनके पास भी एक फाइल आई थी। लेकिन उन्होंने उस फाइल पर कोई एक्शन न लेते हुए वैसे ही उसे लौटा दिया। अखिलेश यादव ने कहा समाजवादी लोग नफरत की राजनीति नहीं करते है। ज्ञात हो कि अखिलेश यादव के द्वारा यह बयान आजम खां के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों को लेकर कही गई।
'मेरे पास भी आई थी फाइल, मैंने कर दिया वापस'
जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि आज जो लोग अत्याचार कर रहे हैं मैं उनसे सिर्फ यही कहना चाहता हूं कि फाइल मेरे पास भी आई थी। मेरे मुख्यमंत्री रहते हुए जब वह फाइल आई तो मैंने वापस कर दी क्योकि परेशान करने वाली राजनीति नहीं करते हैं। अगर उन्हें विश्वास न हो तो वह अफसरों से पूछ ले। अफसर तो सरकार के लोग हैं। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि हमें इतना मजबूर न करें कि भविष्य में जब हमारी सरकार आए तो आपके खिलाफ भी हम वैसी ही कार्रवाई करें जैसी आप आजम खां के साथ कर रहे हो। इसी के साथ उन्होंने जनता से वोट की अपील की और कहा कि 5 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में आजम के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ वोट दें।
'100 विधायक लेकर आओ और सपा के समर्थन से सीएम बनो'
जनसभा के दौरान उन्होंने दोनों डिप्टी सीएम को ऑफर भी दिया। कहा कि आप लोग देख रहे हैं दो-दो उपमुख्यमंत्री घूम रहे हैं। इन्हें मुख्यमंत्री बनना है। हम इन्हें ऑफर देते हैं कि 100 विधायक ले आओ और सपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बन जाओ। उन्होंने कहा कि यह ऑफर मैंने मैनपुरी में भी दिया था और रामपुर में भी दे रहा हूं। अखिलेश ने रामपुर उपचुनाव को लेकर की जनसभा में सपा सरकार के कार्यकाल में हुए कामों का भी जिक्र किया।