यूपी के जिले रामपुर में हिंदु-मुस्लिम ने एकता की नई मिसाल पेश की है। हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में निकाली गई बालाजी शोभायात्रा पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फूल बरसाये तो वहीं हिन्दू समुदाय के लोगों ने भी एकता और भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए मस्जिदों के सामने आवाजें कम की।
रामपुर: देश की राजधानी दिल्ली में कुछ दिनों पहले जहांगीर पुरी इलाके में हनुमान जंयती में शोभायात्रा के दौरान दो पक्षों में टकराव देखने को मिला तो वहीं उत्तर प्रदेश के राज्य रामपुर ने बालाजी शोभायात्रा के दौरान हिंदू- मुस्लिमों के बीच भाईचारे और एकता की मिसाल देखने को मिली। यहां के लोगों ने यह करके साबित कर दिया कि शोभायात्रा को इस तरह से शांतिपूर्ण निकाला जा सकता है।
हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में निकाली गई बालाजी शोभायात्रा पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फूल बरसाये और लोगों से गले मिले। तो वहीं हिन्दू समुदाय के लोगों ने भी एकता और भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए मस्जिदों के सामने आवाजें कम की और मुस्लिम भाइयों को गले भी लगाया। हिंदू-मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोगों ने देशवासियों के लिए नया संदेश दिया है।
एसपी ने सीओ व थाना प्रभारियों को दिए निर्देश
यह समय रमजान का पवित्र महीना है। रमजान के महीन में कुछ दिन ही शेष रह गए है। तो वहीं हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में जगह-जगह शोभायात्रा भी निकाली जा रही है। तो वहीं रामपुर एसपी अशोक कुमार ने शोभायात्रा के दौरान राज्य में कई स्थानों पर तनाव को देखते हुए सभी सीओ और थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि सभी अपने अपने थाना क्षेत्र में हर समुदाय के लोगों के साथ बैठक करें।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि सभी समुदाय के लोग शांतिपूर्ण तरीके से अपने-अपने त्योहार मनाने को कहें। जिससे जिले में शांति बनी रहे और उन्होंने यह भी सख्त निर्देश दिए है कि अगर कोई कानून का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शोभायात्रा के दौरान स्थानीय लोगों ने पेश की मिसाल
एसपी अशोक कुमार के आदेश के बाद से रामपुर पुलिस की कोशिश रंगलाई और जिले में हिंदू-मुस्लिम भाईचारे और एकता की मिसाल कायम हुई। उन्होंने बताया कि शहर में हनुमानजी की विशाल शोभायात्रा थी। इस दौरान रास्त में कई सारी मस्जिदें, मंदिर और सिखों के गुरुद्वारे पड़ते हैं। लेकिन लोगों ने बड़ा दिल दिखाते हुए हनुमान जी के जयकारें लगाए और मस्जिदों से लोगों ने यात्रा पर फूल भी बरसाए साथ ही दुपट्टे भी ओढ़ाए। उन्होंने एक अच्छी मिसाल पेश की तो वहीं हिंदू समुदाय के लोंगो ने भी मस्जिदों के पास अपनी आवाजें कम कर ली और एक-दूसरे के गले मिले। साथ ही एक दूसरे का इस्तकबाल किया। एसपी आगे कहते है कि स्थानीय लोगों ने यह एक अच्छा उदाहरण पेश किया है। आगे चलकर एक अच्छा सौहार्द पेश होगा।
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