कश्मीर के पत्थरबाजों को बुलाकर लखनऊ में करवाया गया था दंगा,घटना से पहले बैठक कर तैयार हुआ था प्लान

CAA के विरोध को लेकर हिंसा मामले में पुलिस के हांथ चौंकाने वाले सबूत लगे हैं। मामले की जांच में लगी टीमों को कुछ ऐसे चौंकाने वाले मामले पता चले हैं जिसे सुनने के बाद वह खुद भी स्तब्ध हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि लखनऊ में पत्थर बाजी करने वाले पत्थर बाज कश्मीर से बुलाए गए थे

Asianet News Hindi | Published : Dec 23, 2019 6:25 AM IST / Updated: Dec 23 2019, 12:14 PM IST

लखनऊ(Uttar Pradesh ). CAA के विरोध को लेकर हिंसा मामले में पुलिस के हांथ चौंकाने वाले सबूत लगे हैं। मामले की जांच में लगी टीमों को कुछ ऐसे चौंकाने वाले मामले पता चले हैं जिसे सुनने के बाद वह खुद भी स्तब्ध हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि लखनऊ में पत्थर बाजी करने वाले पत्थर बाज कश्मीर से बुलाए गए थे। उन्हें लखनऊ के अलग-अलग हिस्सों में होटलों व लॉज में रोका गया था। लखनऊ के ही चंद लोगों ने इस मामले की पटकथा लिखी थी। फिलहाल पुलिस उनपर शिकंजा कसने में जुटी हुई है। 

बता दें कि राजधानी लखनऊ में CAA के विरोध को लेकर गुरूवार से हिंसा की आग अचनाक भड़क उठी थी । यह हिंसा अगले दिन शुक्रवार को  ही जारी रही। CAA के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हजारों लोग सड़क पर उतर गए और जमकर कहर ढाया। कई गाड़ियों को आग के हवाले करने के साथ ही मीडिया व पुलिस की गाड़ियां भी आग के हवाले कर दी गई। बवाल के बाद ये माना गया कि उपद्रवी लखनऊ के बाहर से बुलाए गए थे। इस दौरान दो पुलिसचौकियों को आग के हवाले करने के साथ ही दो दर्जन से अधिक गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था। लखनऊ पुलिस ने इस मामले में अब तक तकरीबन 300 लोगों को गिरफ्तार किया है। 

कश्मीर से बुलाए गए थे पत्थरबाज 
पुलिस के एक अधिकारी की माने तो जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। लखनऊ में पत्थरबाजी करने वाले पत्थरबाज कश्मीर से बुलाए गए थे। पुलिस जांच में इस बात के प्रमाण मिले हैं कि लखनऊ में पत्थरबाजी करने वाले कुछ लोग कश्मीर के थे। उन्हें रोकने के लिए लखनऊ में कुछ होटलों व लॉज भी पुलिस जांच में सामने आए हैं। पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से पड़ताल कर रही है। 

प्रोफेसर ने की थी पत्थरबाजों को रुकने में मदद 
लखनऊ के एक कालेज के प्रोफेसर ने कश्मीर से बुलाए गए पत्थरबाजों को रुकवाने में मदद की थी। पुलिस ने प्रोफेसर को इस मामले में गिरफ्तार किया है। सूत्रों की माने तो पुलिस की पूंछताछ में प्रोफेसर ने कई बातें स्वीकार भी की हैं। उपद्रव कराने के लिए उन्हें अलग-अलग इलाके में फैलने को कहा गया था। जिसके बाद वह लखनऊ से निकल गए थे। 

सर्विलांस में सामने आया चौंकाने वाला सच 
पुलिस की टीमों को सर्विलांस के जरिए कई सनसनीखेज बातें पता चली है। पुलिस सूत्रों की माने तो पत्थरबाजों को लखनऊ में बुलवाने से लेकर उनके रुकने तक की सारी रूपरेखा लखनऊ के ही शिक्षण संस्थान में तैयार की गई थी। बवाल से पहले वहीं बैठक कर इस पूरे मामले का तानाबाना बुना गया था। अब पुलिस पत्थरबाजों की तस्वीरें सोशलमीडिया पर वायरल कर उनकी धरपकड़ में आमजनमानस का सहयोग ले रही है। 

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