रालोद के सभी प्रदेश, क्षेत्रीय, जिला और फ्रंटल संगठन भंग करने के बाद जयंत चौधरी ने किया ये सवाल

रालोद की ओर से प्रदेश में समाजावादी पार्टी के साथ 33 सीटों पर चुनाव लड़ा गया था। इसमें आठ सीटों पर उसे विजय हासिल हुई थी। जबकि बागपत में मात्र छपरौली सीट से ही उसे संतोष करना पड़ा था। भले ही बागपत और बड़ौत सीट पार्टी का गढ़ मानी जाती हो लेकिन यहां से पार्टी को मायूसी ही मिली थी।

Asianet News Hindi | Published : Mar 15, 2022 4:09 AM IST

लखनऊ: राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) प्रमुख चौधरी जयंत सिंह के सभी प्रदेश, क्षेत्रीय, जिला और फ्रंटल संगठनों को भंग कर दिया है। यह जानकारी पार्टी की ओर से ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से दी गई है। जयंत चौधरी के इस कदम को चुनाव में मिली हार के बाद अहम कदम माना जा रहा है। इसके साथ ही जयंत चौधरी ने ट्वीट कर सरकार पर भी निशाना साधा है। 

जयंत ने सरकार पर साधा निशाना 
जयंत चौधरी ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि डीज़ल पेट्रोल पर शुल्क घटाओ।  किसान के ट्रैक्टर और उपकरण पर टैक्स घटाओ। Cinema Film को टैक्स फ़्री घोषित करने का क्या अर्थ है?


गौरतलब है कि रालोद की ओर से प्रदेश में समाजावादी पार्टी के साथ 33 सीटों पर चुनाव लड़ा गया था। इसमें आठ सीटों पर उसे विजय हासिल हुई थी। जबकि बागपत में मात्र छपरौली सीट से ही उसे संतोष करना पड़ा था। भले ही बागपत और बड़ौत सीट पार्टी का गढ़ मानी जाती हो लेकिन यहां से पार्टी को मायूसी ही मिली थी। कहा जा रहा है कि यह प्रत्याशियों के चयन से नाराज कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का भीतरघात है। जिसके बाद संगठन अब ऐसे भीतरघातियों की पहचान कर छंटनी करेगा। 

 

पार्टी के लिए जाटों का बंटना बड़ी चिंता 
पार्टी को चुनाव में सबसे ज्यादा भरोसा जाट वोटरों पर था। पार्टी का मानना था कि जाटों के साथ मुस्लिम भी रालोद के साथ जुड़ रहे हैं। हालांकि बाद में पता चला कि जाट भाजपा की तरफ चले गए हैं। बीते चुनाव की अपेक्षा पार्टी को आठ गुना सफलता मिली है। 

यूपी चुनाव में बना एक और रिकॉर्ड, पहली बार चुनी गईं सबसे अधिक महिला विधायक

Share this article
click me!