अलीगढ़ में लूट और हत्या के बाद आत्महत्या का मामला सामने आया। आरोपी ने प्रेमिका को वापस पाने और खुद की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए इस घटना को अंजाम दिया। हालांकि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
अलीगढ़: किस्मत से ज्यादा और समय से पहले किसी को कुछ नहीं मिलता यह कहावत एक बार फिर से सत्य साबित हुई है। बुलंदशहर का एक युवक शुभम इसे बदलने चला था हालांकि उसे निराशा ही हाथ लगी। शुभम ने अपनी प्रेमिका को दोबारा पाने और हालात सुधारने के लिए अपराध का रास्ता चुना। उसके द्वारा पहले केस में ही दो मर्डर को अंजाम दिया गया। हालांकि यहां से कुछ नहीं हो सका। इसका कारण था कि यहां डकैती डालने के बाद उसे जो भी माल मिला वह चोरी हो गया। आरोपी के दिमाग में आया कि अपराध के बाद भले ही माल हाथ में न आया हो लेकिन सजा तो उसे भुगतनी ही पड़ेगी। इसके चलते उसने पुलिस से बचने के लिए ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। हालांकि उसकी किस्मत यहां भी दगा दे गई। खुदकुशी के प्रयास में वह घायल हो गया और जब उसे होश आया तो पुलिस अस्पताल के बाहर खड़ी थी।
हत्या के बाद लूट को दिया अंजाम
गौरतलब है कि 26 मई की रात को अलीगढ़ में ललित सराफ की पत्नी और उनके बेटे की हत्या की गई थी। हत्या के बाद लूट की वारदात को भी अंजाम दिया गया। लुटेरे लगभग 8 लाख के जेवरात लेकर फरार हो गए। मामले में ललित ने पुलिस से पत्नी की छोटी बहन और उसके मंगेतर पर शक जताया। इसी के साथ इलाके में लगे सीसीटीवी से दो लोग शक के घेरे में आए। जांच में पता लगा कि दोनों युवक शुभम और ललित के कारोबारी पार्टनर अतुल हैं। अतुल ने कर्ज उतारने के लिए ही सारा प्लान बनाया।
ट्रेन के आगे कूदकर किया आत्महत्या का प्रयास
मामले की जानकारी लगते ही शुभम को पकड़ने के लिए टीम उसके पीछे लग गई। शुभम ने बचने के लिए ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया लेकिन वह उसमें भी असफल रहा। घायल होने के बाद उसका इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। पुलिस ने शुभम के पास जाकर जब माल की जानकारी की तो उसने बताया कि लूट का सारा माल चोरी हो गया है। शुभम ने बताया कि लॉकडाउन से पहले वह दिल्ली में नौकरी कर रहा था। उसकी मुलाकात एक लड़की से हुई और दोनों ने शादी कर ली। लेकिन जब शुभम की नौकरी चली गई और वह गांव आ गया तो युवती ने उससे दूरी बना ली। युवती पैसे वाली घर की बताई जा रही है। इन्हीं सब कारणों से शुभम ने इस घटना को अंजाम दिया।
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