3 दिन के दौरे पर अयोध्या जाएंगे मोहन भागवत, जानिए क्या हैं इसके सियासी मायने..पहली बार UP में ये कार्यक्रम

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत  (rss chief mohan bhagwat)  तीन दिवसीय दौरे पर अयोध्या आ रहे हैं। वह 19 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक राम नगरी में रहेंगे। उनके साथ सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी मौजूद रहेंगे। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 17, 2021 2:32 AM IST / Updated: Oct 17 2021, 08:10 AM IST

अयोध्या (उत्तर प्रदेश). राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत  (rss chief mohan bhagwat)  तीन दिवसीय दौरे पर अयोध्या आ रहे हैं। वह 19 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक राम नगरी में रहेंगे। उनके साथ सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले (dattatrey hosbole) भी मौजूद रहेंगे। 

श्रीराम जन्मभूमि के भी दर्शन भी करेंगे भागवत
दरअसल, अयोध्या में 19 से 21 अक्टूबर अखिल भारतीय शारीरिक वर्ग कार्यक्रम आयोजित है। जिसमें संघ प्रमुख हिस्सा लेंगे। भागवत और दत्तात्रेय इस दौरान कई सामाजिक और राजनैतिक विषयों पर चर्चा करेंगे। वहीं मंदिर निर्माण स्थल पर जाकर कार्यों को जाएंगे लेंगे और श्रीराम जन्मभूमि के भी दर्शन भी करेंगे।

यह भी पढ़ें-RSS मुख्यालय में बोले भागवत-'जनसंख्या का असंतुलन देश की एक बड़ी समस्या, आतंकवादियों का बंदोबस्त करना होगा'

संघ के इस आयोजन के हैं सियासी मायने
बता दें कि शारीरिक शिक्षा वर्ग का कार्यक्रम हर साल महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित होता है। लेकिन इस बार इसका आयोजन आयोध्या में हो रहा है। उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इस कार्यक्रम का यहां होना काफी अहम माना जा रहा है। अब देखना होगा कि संघ अपने कार्यकर्ताओं को यहां से  कोई राजनीतिक संदेश तो देने नहीं जा रहा है। हालांकि विपक्ष ने इसको लेकर कई तरह के सवाल खड़े करने भी शुरू कर दिए हैं।

यह भी पढ़ें-UP में BSP से विधानसभा टिकट चाहिए तो देनी होगी कड़ी परीक्षा, 4 चरणों में होगा इंटरव्यू, पूछे जाएंगे ऐसे सवाल

जानिए आखिर इस कार्यक्रम में क्या होता है...
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अखिल भारतीय शारीरिक वर्ग कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि इसके जरिए देश के नए युवाओं को संघ से जोड़ा जाता है। उनको संघ के बारे में डिटेल में जानकारी दी जाती है। संघ शखाओं में शारीरिक शिक्षा वर्ग का क्या महत्व है वह बताया जाता है। इस आयोजन में संघ के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होते हैं।

Share this article
click me!