समाजवादी पार्टी के नेता जावेद राईन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इसी के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा है। माना जा रहा है कि अभी अन्य नेताओं की भी नाराजगी सामने आ सकती है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के लम्भुआ सुल्तानपुर विधानसभा सचिव सलमान जावेद राईन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेजा है। इस्तीफे में अखिलेश यादव पर कई आरोप लगाए गए हैं।
अखिलेश यादव पर साधा निशाना
जावेद राईन ने अपने इस्तीफे में लिखा कि मुसलमानों के साथ लगातार जुल्म हो रहे हैं। इसके खिलाफ प्रदेश से लेकर जिले तक सता की मलाई खाने वाले समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी और नेता आवाज नहीं उठा रहे। आजम खां के पूरे परिवार को जेल में डाल दिया गया और नाहिद हसन को भी जेल भेजा गया। यहां तक शहजिल इस्लाम का पेट्रोल पंप गिरवा दिया गया लेकिन अखिलेश यादव खामोश रहें। जो कायर नेता अपने विधायकों को लिए आवाज नहीं उठा सकता वह कार्यकर्ताओं के लिए क्या आवाज उठाएगा।
समाजवादी पार्टी के नेता के द्वारा लिखे गए इस इस्तीफे के सामने आने के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं। माना जा रहा है कि इसके बाद कई अन्य इस्तीफे भी सामने आ सकते हैं। कुछ जानकार इसे बगावत की शुरूआत भी बता रहे हैं। उनका कहना है कि बीते दिनों जिस तरह से मुस्लिम नेताओं की सपा से नाराजगी सामने आई उसके बाद कई बड़े नेता भी पार्टी से किनारा कर सकते हैं।
फसाहत अली ने भी उठाए से सवाल
गौरतलब है कि बीते दिनों आजम खां के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां ने भी बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि मान लिया जाए कि सीएम योगी ठीक कहते हैं कि अखिलेश यादव जी आप नहीं चाहते हैं कि आजम खां जेल से बाहर आएं? हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को हमारे कपड़ों से बदबू आती है। फसाहत अली ने यह बयान रामपुर में एक बैठक को संबोधित करते हुए दिया। उन्होंने कहा था कि आजम खां के जेल से बाहर न आने की वजह से हम लोग सियासी रूप से यतीम हो गए हैं। हम आखिर किसके पास जाए और क्या कहें?
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