पीएम मोदी जिस 318 किलोमीटर लम्बी सरयू नहर परियोजना का कल बलरामपुर से उद्घाटन करेंगे, इस नहर की मदद से पूर्वांचल में बाढ़ और सूखे की समस्या से काफी हद तक सहायता मिलेगी। घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा एवं रोहिन नदियों को जोड़ते हुए 318 किलोमीटर लम्बी मुख्य नहर और इससे जुड़ी 6,600 किलोमीटर लिंक नहरों वाली उक्त नहर से पूर्वांचल के नौ जिलों बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर और गोरखपुर के 25 से 30 लाख किसानों को लाभ मिलेगा।
बलरामपुर: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कल 11 दिसम्बर को यूपी के बलरामपुर दौरे पर आएंगें। यहां पीएम मोदी बहराइच, श्रावस्ती एवं बलरामपुर से गोरखपुर तक जाने वाली 318 किलोमीटर लम्बी सरयू नहर परियोजना (Saryu Nahar National Project) का बलरामपुर से उद्घाटन करेंगे।
पीएम मोदी जिस 318 किलोमीटर लम्बी सरयू नहर परियोजना का कल बलरामपुर से उद्घाटन करेंगे, इस नहर की मदद से पूर्वांचल में बाढ़ और सूखे की समस्या से काफी हद तक सहायता मिलेगी।
किसानों को मिलेगा लाभ
घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा एवं रोहिन नदियों को जोड़ते हुए 318 किलोमीटर लम्बी मुख्य नहर और इससे जुड़ी 6,600 किलोमीटर लिंक नहरों वाली उक्त नहर से पूर्वांचल के नौ जिलों बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर और गोरखपुर के 25 से 30 लाख किसानों को लाभ मिलेगा।
इस बारे में प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने पीएम मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि उक्त परियोजना के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री 11 दिसम्बर को बलरामपुर के हसुवाडीह आएंगे।
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि इस परियोजना पर काम की शुरुआत 1978 में हुई थी लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों ने ‘‘इस पर अधिक ध्यान नहीं’’ दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से उक्त परियोजना अब पूरी हुई है. बहराइच के जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को इस संबंध में बताया कि प्रधानमंत्री के बलरामपुर दौरे के मद्देनजर बहराइच प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है। इसे देखते हुए एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया है।