सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर (Akash Tomar) ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किया गया मोहम्मद जावेद थाना मिर्जापुर का बी 5 श्रेणी का हिस्ट्रीशीटर एवं माफिया है। उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ विभिन्न संगीन धाराओं में 13 मुकदमे दर्ज हैं।
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सहारनपुर (Saharanpur) में खनन माफिया और बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल (Hazi Iqbal) उर्फ बाल्ला के दूसरे बेटे मोहम्मद जावेद को भी पुलिस के विशेष कार्य बल (एसआईटी) ने गिरफ्तार कर लिया। सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर (Akash Tomar) ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किया गया मोहम्मद जावेद थाना मिर्जापुर का बी 5 श्रेणी का हिस्ट्रीशीटर एवं माफिया है। उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ विभिन्न संगीन धाराओं में 13 मुकदमे दर्ज हैं।
13 मई को गिरफ्तार हुआ ता छोटा बेटा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि मिर्जापुर के थानाध्यक्ष ह्दय नारायण सिंह के नेतृत्व में पुलिस दल ने बीती रात मोहम्मद जावेद की गिरफ्तारी मिर्जापुर से की थी। आज उसे सहारनपुर की स्थानीय अदालत में पेश किया गया। पेशी के बाद अदालत ने उसे जेल भेज दिया। तोमर ने बताया कि एसआईटी ने 13 मई को इकबाल के छोटे बेटे अलीशान को गिरफ्तार किया था।
हाजी इकबाल के ठिकानों पर पुलिस कर रही छापेमारी
मिली जानकारी के मुताबिक, खनन माफिया और बसपा का पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल फरार है। जिसके चलते उसके खिलाफ कोर्ट ने लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। जिससे वह देश छोड़कर न भाग सके। तोमर ने बताया कि पुलिस प्रशासन इकबाल गिरोह द्वारा गैर कानूनी ढंग से अर्जित की गई 130 करोड़ संपत्तियों की कुर्की कर चुका हैं। उन्होंने बताया कि इकबाल गिरोह के एक अन्य सदस्य राव लईक को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा चुका है। पुलिस इकबाल की गिरफ्तारी के लिये इनके छिपने के सभी संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है।
बसपा सरकार में हाजी इकबाल ने बनाई अकूत बेनामी संपत्ति
पूरे मामले पर मिली जानकारी के अनुसार, बसपा सरकार के कार्यकाल में हाजी इकबाल ने यमुना नदी के आस पास जमकर अवैध खनन जैसे कार्य करता था। इतना ही नहीं, अवैध खनन के दम पर हाजी इकबाल ने अकूत बेनामी संपत्ति हासिल कर ली। बसपा सुप्रीमो मायावती से नजदीकियों के चलते वह बसपा सरकार में एमएलसी बन गया। इधर हाजी इकबाल के बेटों पर भी लोगों साथ धोखाधड़ी और किसानों की जमीन पर जबरन कब्जा करने के आरोप लगे। 2017 में बीजेपी सरकार आने के बाद खनन माफिया पर नकेल कसना शुरू हो गया।
पीड़ितों की शिकायत पर मिर्जापुर थाना पुलिस ने खनन माफिया के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर SIT जांच कराई गई तो उसका पूरा परिवार आपराधिक मामलों में संलिप्त पाया गया। जावेद और आलीशान समेत हाजी इकबाल के चारों बेटों ने कई लोगों के साथ धोखाधड़ी और किसानों की जमीनों को हड़पने के आरोपी पाए गए। उन्होंने लोगों पर मुकदमे वापस लेने का दबाव बनाया और उन्हें जान से मारने की धमकियां दी, जिसके बाद SIT की जांच रिपोर्ट आने पर पुलिस खनन माफिया हाजी इकबाल समेत उसके बेटों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी।
सहारनपुर: खनन माफिया हाजी इकबाल का बेटा चढ़ा पुलिस के हत्थे, गैंगस्टर एक्ट में था वांछित