कानपुर के जाजमऊ में आगजनी मामले में सपा विधायक और उनके भाई ने तीस दिन बाद पुलिस कमिश्नर के आवास पर सरेंडर किया था। जहां से उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने दोनों भाइयों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
कानपुर: समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि लगभग 30 दिनों से फरार चल रहे सपा विधायक और उनके भाई ने पुलिस कमिश्नर के आवास पर सरेंडर किया था। जिसके बाद उनकी जमानत अर्जी सेशन कोर्ट में दाखिल कर दी गई है। बता दें कि मामले की सुनवाई के लिए जिला जज ने 9 दिसंबर की तारीख दी है। वहीं अधिवक्ता नरेश चंद्र त्रिपाठी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दोनों की जमानत अर्जियों को निचली अदालत ने खारिज कर दिया था।
सपा नेत्री नूरी शौकत ने भी दाखिल की जमानत अर्जी
निचली अदालत से जमानत अर्जी खारिज होने के बाद शनिवार सेशन कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई हैं। अधिवक्ता नरेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि कोर्ट के सामने दोनों के पक्ष को मजबूती से रखा जाएगा। इसके अलावा सपा विधायक को फरार कराने में शामिल सपा नेत्री नूरी शौकत को पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया था। जिसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सपा नेत्री नूरी शौकत की तरफ से भी जमानत अर्जी दाखिल की गई थी। जिस पर 14 दिसंबर को सुनवाई की जाएगी। बता दें कि फिलहाल दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
सपा नेता ने सीएम योगी से लगाई न्याय की गुहार
बता दें कि सपा विधायक इरफान और उनके भाई रिजवान पर जबरन मकान खाली करवाने और बात न मानने पर आगजनी करने का आरोप लगा है। पुलिस को दोनों भाइयों के खिलाफ अहम सबूत मिले हैं। इस मामले पर रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से दोनों भाई फरार चल रहे थे। इस दौरान पुलिस से बचने के लिए इरफान ने फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर हवाई यात्रा की। वहीं एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी फुटेज में सपा नेता साफ-साफ दिखाई दे रहे है। इरफान सोलंकी ने सीएम योगी से भी मदद मांगी है। उन्होंने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि इस मामले में सीबीआई जांच की जरूरत है ताकि सच सबके सामने आ सके।