यूपी टीईटी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले में यूपी एसटीएफ ने बड़ा खुलासा किया है। जिसके तहत पता चला कि निलंबन के बाद गिरफ्तार हुए परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव संजय उपाध्याय और आरएसएम फिनसर्व लि. के निदेशक अनूप प्रसाद के बीच पुराने रिश्ते रहे हैं। प्रश्नपत्र छपने का काम देने से पहले नोएडा के पांच सितारा होटल में संजय और अनूप के बीच मीटिंग भी हुई थी। यह काम 13 करोड़ रुपये का था, लेकिन काम देने से पहले न तो परीक्षा का काम लेने वाली कंपनी का टर्न ओवर देखा गया और न ही उसका सेटअप देखा गया।
लखनऊ: यूपी टीईटी परीक्षा (UP TET EXAM) का प्रश्न पत्र लीक हुआ, जिसके बाद यूपी एसटीएफ(UP STF) की ओर से मामले से जुड़े कई लोगों की तेजी के साथ गिरफ्तारी की जाने लगी। लगातार आरोपियों से हो रही पूछताछ में मामले से जुड़ी कई परत खुलती गई। इन सबके बीच यूपी एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) में टीईटी पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा किया है। जानकारी के अनुसार, निलंबन के बाद गिरफ्तार हुए परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव संजय उपाध्याय और आरएसएम फिनसर्व लि. के निदेशक अनूप प्रसाद के बीच पुराने रिश्ते रहे हैं। बताया जा रहा है कि पूर्व में संजय की तैनाती नोएडा में भी रही है।
प्रश्न पत्र छपने से पहले नोएडा के होटल में हुई थी मीटिंग
सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसी एसटीएफ को जानकारी मिली है कि प्रश्नपत्र छपने का काम देने से पहले नोएडा के पांच सितारा होटल में संजय और अनूप के बीच मीटिंग भी हुई थी। यह काम 13 करोड़ रुपये का था, लेकिन काम देने से पहले न तो परीक्षा का काम लेने वाली कंपनी का टर्न ओवर देखा गया और न ही उसका सेटअप देखा गया। वहीं एसटीएफ के सूत्रों ने बताया कि आरएसएम को छपाई का काम मिलने के बाद से ही प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी करने वाले कई गिरोह सक्रिय हो गए थे।
मुजफ्फरनगर से जुड़े गिरफ्तार हुए आरोपियों के तार
टीईटी पेपर लीक होने के मामले के तार मुजफ्फरनगर से भी जुड़ गए है। एसटीएफ के साथ ही जनपद पुलिस ने इस हाई प्रोफाइल मामले से जुड़े एक आरोपित की गोपनीय तरीके से तलाश शुरू की है। 28 नवंबर को प्रदेश में टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) का पेपर था। शामली में एसटीएफ ने तीन युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक ओरिजनल, नौ फोटो स्टेट कापी और चार प्रवेश पत्र बरामद किए थे। एक आरोपित फरार हो गया था। तीनों गिरफ्तार लोगों को जेल भेजा गया था। इस मामले के तार अब मुजफ्फरनगर से जुड़ते दिखाई दे रहे हैं। क्योंकि एसटीएफ ने सोमवार रात बागपत के बड़ौत के गांव छछरपुर निवासी दुकानदार राहुल चौधरी को गिरफ्तार किया है। उसके दो साथी किरठल निवासी फिरोज पुत्र सुलेमान और मुजफ्फरनगर के गांव शाह डब्बर निवासी बबलू उर्फ बलराम पुत्र किरणपाल फरार हो गए थे। तीनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। यदि पुलिस की माने तो गिरफ्तार राहुल ने बताया है कि उसने पेपर बबलू उर्फ बलराम से खरीदा था। फरार बबलू, गिरफ्तार राहुल का फुफेरा भाई है। बबलू चूंकि फरार है, इसी के चलते इस मामले के तार मुजफ्फरनगर से जुड़ते नजर आ रहे हैं। जिस कारण एसटीएफ की नजर मुजफ्फरनगर जनपद पर टिकी है। सूत्र बताते है कि एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस की मदद से बबलू की तलाश गोपनीय तरीके से शुरू की है। सीओ बुढ़ाना विनय गौतम ने बताया कि पुलिस गोपनीय रूप से आरोपी की तलाश कर रही है।
UP-TET Paper Leak: एक्शन में CM योगी...हटाए गए परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय