स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने बच्ची का पता लगा लिया। जिसके बाद अधिकारियो के निर्देश पर विभाग की टीम रामनगर कालोनी में रहने वाली एक महिला के घर टीकाकरण करने के बहाने पहुंची। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्ची को अपने कब्जे में लेकर मामले की जानकारी पुलिस को दी।
शाहजहांपुर (Uttar Pradesh) । प्रसव के अगले दिन ही सरकारी अस्पताल से नवजात बच्ची चोरी हो गई। जानकारी होने पर अस्पताल प्रशासन के हाथ-पांव फूल आए। पुलिस की मदद ली, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। इसके बाद कार्रवाई से बचने के लिए आशा और एएनएम कार्यकर्ताओं को टीकाकरण के बहाने घर-घर बच्चे की खोजबीन शुरू कराई। बच्चा मिलने पर पुलिस को सुचना देकर उसे उसकी मां के पास पहुंचा दिया।
यह है पूरा मामला
बंड़ा थाना क्षेत्र के सुभानपुर गांव में रहने वाले नेमचंद्र की पत्नी संजू ने 14 मई की रात को बच्ची को जन्म दिया था। 15 मई को तड़के एक महिला बच्ची को चुरा कर ले गई। इस बात की जानकारी अस्पताल प्रशासन को हुई तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आशा, एएनएम कार्यकर्ताओं को 15 मई को चोरी हुई बच्ची के बारे में पता लगाने के निर्देश दिए।
टीकाकरण के बहाने पहुंचे आरोपित के घर
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने बच्ची का पता लगा लिया। जिसके बाद अधिकारियो के निर्देश पर विभाग की टीम रामनगर कालोनी में रहने वाली एक महिला के घर टीकाकरण करने के बहाने पहुंची। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्ची को अपने कब्जे में लेकर मामले की जानकारी पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची ने आरोपी महिला को हिरासत में ले लिया। इसके साथ ही बच्ची को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।