कानपुर को कल पीएम नरेंद्र मोदी देंगे मेट्रो की सौगात, जानें खूबियां और क्‍या रहेगा रूट

 दो साल से भी कम समय में बीते 10 नवंबर, 2021 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कानपुर मेट्रो के ट्रायल रन की शुरूआत की गई।  जानिए क्या होगा मेट्रो का रूट और क्या है खास... 

Asianet News Hindi | Published : Dec 27, 2021 2:03 PM IST / Updated: Dec 27 2021, 07:43 PM IST

कानपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) कानपुर मेट्रो परियोजना के नवनिर्मित सेक्शन का 28 दिसंबर को उद्घाटन करेंगे। वह बीना-पनकी बहुउद्देशीय पाइपलाइन परियोजना का उद्घाटन करेंगे और आईआईटी कानपुर के 54वें दीक्षांत कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे। 15 नवंबर,2019 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) द्वारा कानपुर मेट्रो (Kanpur Metro)के सिविल निर्माण कार्य की शुरूआत की गई थी। इसके बाद दो साल से भी कम समय में बीते 10 नवंबर, 2021 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कानपुर मेट्रोके ट्रायल रन की शुरूआत की गई।  जानिए क्या होगा मेट्रो का रूट और क्या है खास...

क्या होगा मेट्रो का रूट
32.5 किमी लंबा है पहला कॉरिडार आपको बता दें कि कानपुर मेट्रो रेल परियोजना (Kanpur Metro Rail Project)में दो कॉरिडोर शामिल हैं, जिसकी कुल लंबाई 32.5 किमी है। पहला कारिडोर आइआइटी कानपुर से नौबस्ता 23.8 किमी लंबा है, जबकि दूसरा कारिडोर चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय से बर्रा 8.6 किमी लंबा है।

रीजेनरेटिव ब्रेकिंग तकनीक से लैस है मेट्रो 
शहर की मेट्रो की ट्रेनें रीजेनरेटिव ब्रेकिंग तकनीक से लैस होंगी जिससे ट्रेन संचालन में 35 फीसदी तक ऊर्जा की बचत होगी। रीजेनरेटिव ब्रेकिंग प्रणाली की मदद से मेट्रो ट्रेन की ब्रेकिंग प्रक्रिया के जरिए ऊर्जा का उत्पादन करती है उसे वापस सिस्टम में भेज देती है। इसके जरिए कानपुर की मेट्रो ट्रेने न सिर्फ ऊर्जा की बचत करेंगी बल्कि इसका उत्पादन भी करेंगी। इसके अलावा स्टेशनों और डिपो पर लगे लिफ्ट भी रीजेनरेटिव ब्रेकिंग तकनीक से ऊर्जा बचाने में सक्षम होंगे। इनमें 34% तक की ऊर्जा दक्षता होगी। ऊर्जा की बचत के लिए सभी मेट्रो परिसरों में 100% एलईडी लाइटिंग होगी। इसके अलावा मेट्रो डिपो और स्टेशनों पर सोलर पैनल लगाने की भी योजना तैयार की गई है। 
 


तीसरी रेल द्वारा संचालित किया जाएगा कानपुर मेट्रो 
कानपुर मेट्रो (Kanpur Metro)को खूबसूरती से डिजाइन किया गया है और इसे ओएचई (ओवर हेड इलेक्ट्रिफिकेशन) के बजाय तीसरी रेल द्वारा संचालित किया जाएगा। इसमें मेट्रो ट्रेनों के नियमित रखरखाव के लिए डिजाइन किया गया एक ग्रीन डिपो होगा। मेट्रो की संरचना 'ग्रीन बिल्डिंग' अवधारणा पर विकसित की गई है जिसमें ऊर्जा की बचत के साथ-साथ वाटर रिचार्जिंग की सुविधा भी होगी। कानपुर मेट्रो (Kanpur Metro)शहर में सार्वजनिक परिवहन का सबसे सुरक्षित, सबसे आरामदायक और विश्वसनीय साधन होगा।

 
केएनसीएम होगा कानपुर मेट्रो स्टेशन का कोड
रेलवे स्टेशनों की तरह कानपुर के 29 मेट्रो स्टेशनों का भी यूनिक कोड होगा। यानी जिस तरह कानपुर सेंट्रल का कोड सीएनबी है तो मेट्रो के कानपुर सेंट्रल स्टेशन का कोड केएनसीएम होगा। भारतीय रेल सम्मेलन ने जांच के बाद देशभर के स्टेशनों से अलग यूनिक आईडी कोड रखे जाने की स्वीकृति दी है। अब इसी कोड के जरिए मेट्रो ट्रेनों का संचालन होगा। संचार प्रणाली में भी इसका इस्तेमाल होगा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने इस पर खुशी जताई है। बताते चलें कि अब इन स्टेशनों के कोड किसी भी रेलवे या मेट्रो के लिए जारी नहीं होंगे।

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