दिवाली पर खत्म हो गया पूरा परिवार, रात को घर सजाया..सुबह मिली लाशें..तस्वीरें इतनी भयानक कि दिखा नहीं सकते

 हादसे की जो तस्वीरें सामने आई हैं वह बेहद भयानक हैं। जिनको देखकर पुलिस और लोगों के भी रोंगटे खड़े हो गए। मृतकों के शव को पहचान पाना भी मुश्किल हो रहा था। किसी की खोपड़ी जली हुई थी तो किसी का चेहरा काला पड़ा हुआ था।
 

Asianet News Hindi | Published : Nov 4, 2021 6:57 AM IST / Updated: Nov 04 2021, 12:42 PM IST

भदोही (उत्तर प्रदेश). पूरे देश में धूमधाम से दीपालवी (Diwali 2021) का त्यौहार मनाया जा रहा है। हर तरफ खुशी और उल्लास का माहौल है। वहीं उत्तर प्रदेश (uttar pradesh news) के भदोही से एक दिल को झकझोर देने वाली दुखद खबर सामने आई है। जहां एक परिवार रात को अपने घर में लाइटें लगाकर सोया हुआ था। लेकिन सुबह परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई। आलम यह था कि सभी गहरी नींद में थे और नींद में उनकी सांसे थम गईं। सुबह बिस्तर में ही उनके शव बुरी हालत में मिले।

पति-पत्नी और दो बच्चियों की मौत...
दरअसल, यह घटना भदोही जिले केगोपीगंज कोतवाली थाने क्षेत्र की है। जहां बुधवार देर रात एक मकान में शॉर्ट सर्किट से लगी आग में एक परिवार के चार लोग जिंदा जल गए। मृतकों में पति-पत्नी और दो बच्चियां शामिल हैं। हादसे में दो बच्चियां गंभीर रूप से झुलसी हैं। आनन-फानन में बच्चियों को अस्पताल ले जाया गया है। हालांकि उनकी हालत भी बेहद गंभीर बनी हुई है। 

मौत के साथ लाखों का सामान जलकर हुआ खाक
घटना की जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार, क्षेत्राधिकारी ज्ञानपुर अशोक कुमार सिंह के साथ काफी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे। लेकिन जब तक सब खत्म हो चुका था। आग इतनी भयानक थी कि घर-गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो गया। पुलिस बल ने किसी तरह मृतकों के शव निकाले और बच्चियों को अस्पताल पहुंचाया।

रोंगटे खड़ कर देने वाला हादसा
बता दें कि हादसे की जो तस्वीरें सामने आई हैं वह बेहद भयानक हैं। जिनको देखकर पुलिस और लोगों के भी रोंगटे खड़े हो गए। मृतकों के शव को पहचान पाना भी मुश्किल हो रहा था। किसी की खोपड़ी जली हुई थी तो किसी का चेहरा काला पड़ा हुआ था। मृतकों की पहचान 

फायर विभाग समय पर पहुंचता तो बच सकती थीं जिंदगियां
वहीं आग की घटना से हुए इस हादसे के बाद इलाके के लोग और परिजनों में प्रशासन के प्रति गुस्सा है। उन्होंने फायर विभाग के प्रति हंगामा किया। उनका कहना है कि काफी देर होने के बाद दमकल विभाग की गाड़ियां और पुलिस वहां पहुंची। अगर समय पर मदद मिल जाती तो परिवार के लोगों की जान बच सकती थी।

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