यूपी के गोरखपुर रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट के तर्ज पर विकसित करने की प्रकिया तेज हो गई है। स्टेशन पर यात्रियों को तमाम तरह की उच्चस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। रेलवे अधिकारी ने बताया कि रेलवे द्वारा कंसल्टेंट नियुक्त करने की प्रक्रिया चल रही है।
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जंक्शन को सिटी सेंटर के तौर पर विकसित किया जाएगा। जहां रेल की पटरियों पर ट्रेने दौड़ेंगी तो वहीं ऊपर लोग बैठकर नाश्ता-भोजन करेंगे। इतना ही नहीं यहां पर बच्चे खेलेंगे और बड़े खरीददारी करते नजर आएंगे। बता दें कि एयरपोर्ट की तर्ज पर पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर, छपरा, गोंडा, गोमतीनगर और काठगोदाम रेलवे स्टेशन को विकसित करने की तैयारी तेज हो गई है। स्टेशन परिसर में ही यात्रियों को मेडिकल, शापिंग कांप्लेक्स और रेस्टोरेंट आदि की उच्चस्तरीय सुविधाएं मिल जाएंगी।
निजी एजेंसी को किया जाएगा नामित
यात्रियों को सामान खरीदने के लिए स्टेशन के बाहर नहीं जाना पड़ेगा। गोरखपुर स्टेशन परिसर में खाली जगहों के कॉमर्शियल इस्तेमाल के लिए रेलवे एक निजी एजेंसी नामित करने जा रही है। यह प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है। इसके बाद यह एजेंसी डिजाइन बनाकर रेलवे को देगी। रेलवे प्रशासन की योजना के अनुसार, पटरियों के ऊपर से लेकर सर्कुलेटिंग एरिया तक रूफ प्लाजा बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि यह दो से तीन मंजिला हो सकता है। इसके पहले फ्लोर में फूड प्लाजा और वेटिंग लाउंज होगा। वहीं दूसरे फ्लोर पर रिटेल के लिए स्थान, कैफेटेरिया और बच्चों के खेलने का स्थान रहेगा।
ऐतिहासिक भवन की डिजाइन से नहीं की जाएगी छेड़छाड़
रूफ प्लाजा और शापिंग मॉल में प्रवेश करने के लिए बाहर से रास्ता होगा। प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए भी गेट रहेगा। एस्केलेटर लगे रहेंगे, जिससे यात्री को और अधिक सुविधा मिलेगी। गोरखपुर जंक्शन का मेन गेट और भवन भी खूबसूरत दिखेगा। यह भवन अंग्रेजों के समय का है। इसलिए इस ऐतिहासिक भवन की डिजाइन से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। लेकिन धार्मिकता और आध्यात्मिकता की पहचान जरूर देखने को मिलेगी। यहां पर यात्रियों को गोरखनाथ मंदिर, गीता प्रेस सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों का भी अक्स देखने को मिलेगा।
सिटी सेंटर के तौर पर किया जाएगा विकसित
पूर्वोत्तर रेलवे मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गोरखपुर, गोंडा, छपरा, गोमतीनगर और काठगोदाम रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के कार्य स्वीकृत हैं। इसके डिजाइन के लिए कंसल्टेंट नियुक्त करने की प्रक्रिया चल रही है। स्टेशनों के पुनर्विकास के साथ एक नई व्यवस्था की शुरूआत की जाएगी। इसके तहत रेलवे स्टेशन को एक सिटी सेंटर के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसके अलावा गोरखपुर जंख्शन के दूसरे छोर को भी विकसित किया जाएगा। जिससे कि शहर के दोनों हिस्सों को रेलवे स्टेशन से जोड़ जा सके। वहीं स्टेशन परिसर में वाहनों के लिए भी जगह आरक्षित होगी।
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