यूपी के उन्नाव में जयमाला और सात फेरे लेने के बाद दूल्हा अपने दोस्तों के साथ मंडप के पास सिगरेट पीने लगा। दूल्हे को सिगरेट पीता देख दुल्हन इस कदर नाराज हुई कि उसने शादी से इंकार कर दिया। दुल्हन ने कहा कि नशेबाज लड़के से शादी नहीं कर सकती है।
उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है। जयमाला और सात फेरे लेने के बाद दुल्हन ने दूल्हे के साथ जाने से इंकार कर दिया। दूल्हे को सिगरेट पीता देख दुल्हन ने कहा कि नशेबाज लड़के के साथ अपनी पूरी जिंदगी नहीं गुजार सकती है। दुल्हन ने कहा कि उसे नशा करने वाले लड़के नहीं पसंद हैं। उसे नहीं पता था कि उसका होने वाला पति नशा करता है। आज वह सिगरेट पी रहा है। क्या पता वह शराब भी पीता हो। ऐसे इंसान के साथ शादी नहीं कर सकती। यह कहकर युवती ने दूल्हे के साथ जाने से इंकार कर दिया। वहीं इसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद होने लगा।
दूल्हे के सिगरेट पीने पर नाराज हुई दुल्हन
बता दें कि सदर तहसील क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती की शादी कानपुर के परमपुरवा में तय हुई थी। इसके बाद दोनों पक्षों ने एक दूसरे से लिए गए रुपयों को लौटाने की बात बोली। तब जाकर मामला शांत हुआ। बताया गया है कि जयमाला औऱ फेरे का कार्यक्रम होने के बाद दूल्हा मंडप के किनारे जाकर सिगरेट जलाने लगा। वहीं अपने दूल्हे को सिगरेट पीता देख दुल्हन आगबबूला हो गई औऱ शादी से इंकार कर दिया। इसके बाद कन्या और वर पक्ष में विवाद शुरू हो गया। हालांकि दोनों पक्ष के बुजुर्गों ने बातचीत से मसले को हल करने की कोशिश की। लेकिन दुल्हन अपनी जिद पर अड़ी रही। रात भर ये सिलसिला चलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस ने भी किया समझौता कराने का प्रयास
पुलिस ने परियर चौकी में दुल्हन को समझाने और शादी को संपन्न कराने की कोशिश की, लेकिन दुल्हन नहीं मानी। कोतवाल अवनीश कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों पक्षों ने अब तक हुए खर्च का आपस में लेनदेन कर समझौता कर लिया। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि शादी से पहले युवती अपने पैरेंट्स के साथ हरियाणा में रहती थी। उसके पिता ने रिश्तेदार के माध्यम से शादी तय की थी। इस दौरान चर्चा बनी रही युवती का कहीं और प्रेम-प्रसंग चल रहा है। इसलिए उसने नशे का बहाना बना कर शादी से इंकार कर दिया। वहीं लड़के पक्ष का कहना है नकली जेवर देने के कारण दूल्हा नाराज हो गया था। वह नशा नहीं करता है। लेकिन इसके बाद भी दुल्हन पक्ष के लोग नहीं माने और बारात को वापस लौटा दिया।