कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने अब सेमेस्टर और मेडिकल की परीक्षा भी स्थगित कर दी है। अगले आदेश तक अब कोई भी परीक्षा नहीं होगी। इससे पहले वार्षिक मुख्य परीक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं। विश्वविद्यालय ने गुरुवार को यह निर्णय लिया। ये परीक्षाएं 16 अप्रैल से होने वाली थीं। इनमें एमबीबीएस, बीबीए, बीडीएस जैसे कोर्स के छात्र हैं। अब दोबारा से स्थिति की समीक्षा करने के बाद परीक्षा का नया कार्यक्रम जारी किया जाएगा।
लखनऊ (Uttar Pradesh) । सीबीएसई के बाद अब उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की परीक्षाएं टाल दी गई हैं। यह निर्णय कोरोना वायरस के बढ़तते संक्रमण को देखते हुए यूपी सरकार ने लिया है। इसकी घोषणा बरेली में उप मुख्यमंत्री और माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने गुरुवार को की। उन्होंने कहा है कि हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाओं की नई तारीख 20 मई के बाद तय होगी, जबकि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं भी 15 मई तक टाल दी गई हैं।
सीएम की मीटिंग के बाद होगा फैसला
एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में ऑनलाइन संबोधन के दौरान डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं और ऑनलाइन कक्षाओं को 15 मई तक लिए स्थगित किया जा रहा है। इसके बाद मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक कर आगे का निर्णय लिया जाएगा।
मेरठ में मेडिकल और सेमेस्टर की परीक्षा स्थगित
डिप्टी सीएम ने कहा है कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने अब सेमेस्टर और मेडिकल की परीक्षा भी स्थगित कर दी है। अगले आदेश तक अब कोई भी परीक्षा नहीं होगी। इससे पहले वार्षिक मुख्य परीक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं।
यूपी बोर्ड के 19 में 17 अधिकारी कोरोना से संक्रमित
यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए इस बार 56 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने अपना पंजीकरण कराया है। उत्तर प्रदेश की अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला के साथ ही यूपी बोर्ड के शीर्ष 19 में से 17 अधिकारी कोरोना संक्रमित हैं।