उत्तर प्रदेश 2022 के चुनाव का आगाज हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिनों में कानपुर-बुंदेलखंड में दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे। पीएम 12 फरवरी को कन्नौज की तिर्वां में रैली करेंगे। इसके बाद 14 फरवरी को कानपुर देहात के अकबरपुर में सभा करेंगे।
सुमित शर्मा
कानपुर: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Vidhansabha Election) में बीजेपी (BJP) समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के गढ़ में कमल खिलाने की तैयारी में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) कन्नौज और कानपुर देहात में रैली को संबोधित करेंगे। इटावा की जसवंतनगर सीट और कन्नौज की सदर सीट पर एसपी का कई दशकों से राज है। मोदी लहर में भी इन सीटों पर कमल नहीं खिल पाया था। लेकिन बीजेपी 2022 विधानसभा चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिनों में कानपुर-बुंदेलखंड में दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे। पीएम 12 फरवरी को कन्नौज की तिर्वां में रैली करेंगे। इसके बाद 14 फरवरी को कानपुर देहात के अकबरपुर में सभा करेंगे। समाजवादी पार्टी के गढ़ में रैली कर प्रधानमंत्री कन्नौज, इटावा, औरैया, फर्रूखाबाद में आने वाली विधानसभा सीटों पर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाएंगे। कानपुर देहात में रैली कर प्रधानमंत्री पूरे कानपुर-बुंदेलखंड में बीजेपी के पक्ष माहौल बनाएंगे। इस दौरान आसपास की विधानसभाओं के प्रत्याशी भी मौजूद रहेंगे।
कानपुर-बुंदेलखंड बीजेपी का सबसे मजबूत किला है। बीजेपी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में कानपुर-बुंदेलखंड की 52 सीटों में से 47 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में कानपुर-बुंदेलखंड की 10 लोकसभा सीटों में से 10 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की थी। इसलिए बीजेपी कानपुर-बुंदलेखंड को अपना सबसे मजबूत किला मानती है। वहीं विपक्षी पार्टियां बीजेपी के मजबूत किले को भेदने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं।
प्रधानमंत्री के निशाने पर इटावा और कन्नौज
विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी ने कानपुर-बुंदेलखंड की 52 सीटों में 47 सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन उसे इस बात का भी मलाल था कि इटावा की जसवंतनगर सीट और कन्नौज की सदर सीट पर कमल नहीं खिला था। एसपी के गढ़ में पीएम की रैली विधानसभा चुनाव को और भी दिलचस्प बना देगी। वहीं अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी कन्नौज में मोर्चा संभालने वाले हैं। प्रधानमंत्री की रैली के दूसरे दिन अखिलेश यादव कन्नौज में जनसभा को संबोधित करेंगे।
जसवंतनगर सीट पर कभी नहीं खिला कमल
इटावा की जसवंतनगर सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाता है। इस सीट पर सपा संरक्षक मुलायम सिंह (Mulayam Singh) 06 बार विधायक रह चुके हैं। वहीं शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) लगातार पांच बार से विधायक हैं। विधानसभा चुनाव 2017 में मोदी लहर होने के बावजूद भी बीजेपी जसवंतनगर सीट पर कमल नहीं खिला पाई थी। इससे पहले भी इस सीट पर बीजेपी का कमल कभी नहीं खिला है। जसवंतनगर सीट जीतने के लिए बीजेपी एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। बीजेपी ये सीट जीतकर एसपी पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना चाहती है।
एसपी विधायक अनिल दोहरे से है मुकाबला
बीजेपी ने समाजवादी पार्टी के गढ़ में बची आखिरी सीट पर कमल खिलाने के लिए रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण को मैदान में उतारा है। असीम अरूण की सीधी टक्कर कन्नौज सदर विधानसभा सीट से तीन बार के विधायक अनिल दोहरे से है। कन्नौज सदर सीट पर बीते दो दशक से समाजवादी पार्टी का राज है। रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण के कंधों पर सदर सीट पर कमल खिलाने की जिम्मेदारी है। बीजेपी ने 2017 में कन्नौज की तीन में से दो सीटों पर कमल खिलाया था।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।
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