अमित शाह ने गोरखपुर से जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत माता की जय के नारे की आवाज सहारनपुर तक जानी चाहिए। जाहिरतौर पर अमित शाह ने गोरखपुर के मंच से प्रदेश की सीटों की साधने का प्रयास किया।
गोरखपुर: अमित शाह ने गोरखपुर में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने वहां मौजूद लोगों ने तेज आवाज में नारे लगाने को कहा। अमित शाह बोले इतनी तेज नारे लगाओ कि गोरखपुर से सहारनपुर तक आवाज जाए। फिर शाह ने भारत माता की जय के नारे लगवाए और दावा किया कि बीजेपी इस बार भी 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी।
आपको बता दें कि यूपी चुनाव में भाजपा गोरखपुर के सहारे की कई सीटों पर संकेत देना चाहती है। इसी कड़ी में अमित शाह ने मंच से कहा कि आप लोग भारत माता की जय के नारे इतनी तेज लगाए की आवाज दूर तक जाए। इसी के साथ विपक्षियों की एकजुटता को अपनी मजबूती दिखाने को लेकर भी यह आह्वान अमित शाह की ओर से किया गया। भारत माता की जय के नारे के साथ ही सभी को राष्ट्र के प्रति प्रेम जाहिर करने और एक साथ लाने की यह एक कवायद है।
यूपी चुनाव 2022 में सीएम योगी आदित्यनाथ खुद गोरखपुर सीट से चुनाव लड़ रहे है। लिहाजा यह सीट अपने आप में प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रही है। अमित शाह का खुद सीएम योगी के नामांकन में पहुंचना भी काफी मायनों में अहम है। इस एक सीट के जरिए पूरे प्रदेश को यह बताने का प्रयास भी किया जा रहा है कि पार्टी और शीर्ष नेतृत्व पूरी तरह से सीएम योगी के साथ है।
गोरखपुर में बोले विपक्ष पर हमलावर हुए अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के इतिहास में फिर से एक बार भाजपा इतिहास दोहराने जा रही है। 2014, 2017 और 2019 तीनों चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने मोदी जी के नेतृत्व में यूपी के विकास का रास्ता तैयार कर प्रचंड बहुमत दिया है। आज योगी जी के नामांकन करने के साथ ही फिर से एक बार भाजपा यहां से 300 पार के संकल्प के साथ पूरे यूपी में आगे बढ़ रही है। आज यहां आया हूं तो 2013 भी याद आता है। 2013 में मुझसे यूपी को लेकर सवाल किया जाता था आपको कहा भेजा जा रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में जहां भाजपा को लेकर कहा जाता था कि डबल डिजिट में नहीं पहुंचेगी वह विपक्ष डबल डिजिट में रह गया। 2 साल तक योगी जी ने यहां सुशासन की नींव डालने का काम किया, उसको देखते हुए 2019 के लोकसभा चुनाव में सारे विपक्षी दलों ने एकत्र होकर महागठबंधन बनाया। लेकिन उसके बाद भी बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
गोरखपुर शहर से सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया नामांकन, यूपी चुनाव इन दो कारणों से हुआ ऐतिहासिक