
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव आने वाले हैं। सभी पार्टियां प्रत्याशियों के नामों पर मंथन कर रहीं हैं। वहीं बीजेपी ने साफ किया है कि इस बार बहुत से नाम इस लिस्ट से कट जाएंगे। बीजेपी ने कहा है कि टिकट उन्हों को दिया जाएगा जिनका कोई आपराधिक रिकार्ड (criminal record) ना हो या जो पूरी निष्ठा से काम में लगा रहा हो। बीजेपी ने टिकट को लेकर जो रणनीति बनाई है इससे कई नेता असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। जिसके चलते लगातार बीजेपी के कई विधायक और मंत्री इस्तीफा दे रहे हैं और दूसरी पार्टियों का हाथ थाम रहे हैं।
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से पहले कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस्तीफा दे दिया है और समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली है। स्वामी प्रसाद मौर्य का कैबिनेट से इस्तीफा देना बीजेपी के लिए बड़ा झटका है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा में शामिल होने के बाद कहा कि आगे की धार और आगे की वार देखते रहिए,अभी 10 से 12 और विधायक देंगे इस्तीफ़ा। मैं 1 से 2 दिन में पूरी स्थिति से मीडिया को रूबरू कराऊंगा, मुझे क्या करना है।
बता दें कि काफी दिनों से स्वामी प्रसाद मौर्य पार्टी से नाराज चल रहे थे। वो अपने लिए, अपने बेटे के लिए और अपने कई समर्थकों के लिए टिकट मांग रहे थे. खबर है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ कई और विधायक भी बीजेपी का साथ छोड़ सकते हैं।
अखिलेश यादव ने किया स्वागत
सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा
कट सकता है 100 मौजूदा विधायकों का पत्ता
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव (vidhansabha Chunav) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के करीब 100 मौजूदा विधायकों का पत्ता कट सकता है। भारतीय जनता पार्टी संसदीय बोर्ड आगामी यूपी चुनावों में उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के लिए आखिरी फैसला लेने के लिए इस सप्ताह बैठक करने वाला है। जानकारी के अनुसार, इस बार अधिक संख्या में मौजूदा विधायकों का पत्ता कटने वाला है, क्योंकि भाजपा प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में ज्यादातर लोग इसी पक्ष में दिखे।
UP Election 2022: प्रत्याशियों की सूची में 20 प्रतिशत नए चेहरों को शामिल करने की तैयारी में भाजपा
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