यूपी चुनाव: 2017 की अपेक्षा 2022 के चुनाव में कम दर्ज हुए हिंसा के मुकदमें, समझिए आकड़े

 उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में 20 से ज्यादा जिलों में तैतींस मुकदमें दर्ज किए गए। पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ाकर, कारगर नीति के तहत पूरा चुनाव शांतिपूर्ण कराया। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 8, 2022 8:48 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में 20 से ज्यादा जिलों में तैतींस मुकदमें दर्ज किए गए। पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ाकर, कारगर नीति के तहत पूरा चुनाव शांतिपूर्ण कराया। यूपी चुनाव के सातों चरण का मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। ऐसे में सभी चरणों के मतदान में पुलिस की पूरी समझदारी व कुशलता देखनें को मिली। वहीं सातवें व अन्तिम चरण में कई बाहुबली भी चुनावी मैदान में अपनी ताकत आजमा रहे थे, जिसके देखते हुए पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षा -व्यवस्था बढ़ाई थी और पुलिस की यह नीति कारगर रही। इस बार यूपी विधानसभा में हुए सातों चरणों के मतदान के दौरान चुनाव के हिंसा व विवाद से जुड़े 33 मुकदमें 24 जिलों में दर्ज किए गए और उन दर्ज मुकदमों की जांच हो रही है। वहीं विधानसभा चुनाव 2017 के दौरान हिंसा व विवाद से जुड़े ऐसे 93 मुकदमे दर्ज हुए थे। मतदान के दौरान कुछ चरणों में ऑनलाइन मीडिया पर चुनाव में गड़बड़ी की 220 से ज्यादा शिकायतें भी सामने आईं, जिन पर पुलिस ने समय रहते संज्ञान लिया। 

पुलिस आंकड़ों के अनुसार वोटिंग के दिन चुनावी विवाद के जो मुकदमे दर्ज हुए हैं उनमें मेरठ, एटा, लखीमपुर खीरी, अमेठी, प्रतापगढ़, जौनपुर, चन्दौली के साथ आदि जिलें शामिल हैं। वहीं 2017 के आकड़े देखें तो मतदान के दिन हिंसा के 22 मुकदमे दर्ज हुए थे।अंतिम चरण में गाजीपुर समेत कुछ अन्य स्थानों से भाजपा व सपा समर्थकों के बीच विवाद की खबरें सामने आईं। चुनाव शुरू होने के साथ ही कई जगहों पर विभिन्न दलों के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद की घटनाओं ने पुलिस की चुनौती को और भी बढ़ा दिया था। पुलिस ने ऐसी घटनाओं के बीच विधानसभा के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त बल की तैनाती के साथ ही और भी पुख्ता इन्तजाम किए थे। खासकर सातवें चरण में माफियावों व बाहुबलियों के चुनाव मैदान में होने की वजह से पुलिस की चुनौती अधिक थी लेकिन जवानों ने बड़ी मुस्तैदी व सक्रियता के साथ सब पूरी सुरक्षा-व्यवस्था दुरुस्त रखी।

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कानून-व्यवस्था के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि सभी चरणों में पुलिस ने खास रणनीति के तहत अधिक संवेदनशील विधानसभा क्षेत्रों में सुरक्षा प्रबंध किये थे। जिसका परिणाम रहा कि चुनावी हिंसा की कहीं कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने में सफलता मिली।

डीजीपी ने की सराहना:
डीजीपी मुकुल गोयल ने चुनाव ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों की सराहना करते हुए कहा पूरी मुस्तैदी से शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए आप सब अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को बधाई बहुत-बहुत बधाई। 

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