69000 सहायक शिक्षक भर्ती मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। 160 दिनों से चल रहा प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी है। आरक्षण को लेकर ओबीसी तथा एससी वर्ग के अभ्यर्थियों ने विधानभवन का घेराव करने का प्रयास किया।
लखनऊ: 69000 शिक्षक भर्ती (Teacher recruitment Case) में 22000 पदों को भरने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने मंगलवार को विधानसभा (VidhanBhawan) के सामने जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन बढ़ता देख कर वहां मोजूद पुलिस बल ने अभ्यर्थियों को हिरासत में ले लिया गया। भारी सख्या में अभ्यर्थि आचानक विधानसभा के बाहर पहुंच गए। अभ्यार्थियों का आरोप है कि 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू नहीं किया गया है। साथ ही पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग भी रखी है।
प्रदर्शन करने पर डटे अभ्यर्थी
आरक्षण को लेकर ओबीसी तथा एससी वर्ग के अभ्यर्थियों ने विधानभवन का घेराव करने का प्रयास किया। मगर पुलिस सक्रियता के चलते अभ्यर्थी विधानभवन तक नहीं पहुंच सके। पुलिस ने उन्हें मुख्य डाकघर के सामने ही रोक लिया। इसके बाद अभ्यर्थी वहीं पर बैठ गए और नियुक्ति दिए जाने को लेकर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे। प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस तमाम जतन कर रही है, मगर अबे थी सड़क छोड़ने को तैयार नहीं। पुलिस एक टुकड़ी को गिरफ्तार करती है तो दूसरी टुकड़ी धरना प्रदर्शन करने के लिए पहुंच जा रही।
पांच महीनों से चल रहा प्रदर्शन
अनारक्षित की कट ऑफ 67.11 के नीचे 27% आरक्षण दिया जाए। ओबीसी वर्ग को इस भर्ती में 18598 में से मात्र 2637 सीट मिली हैं। उनका कहना है कि ओबीसी वर्ग को इस भर्ती में 27% की जगह मात्र 3.86% ही आरक्षण मिला है। वहीं एससी वर्ग को इस भर्ती में 21% की जगह महज 16.6% ही आरक्षण मिला है। जो कि पूरी तरह गलत है। बता दें कि बीते करीब पांच महीने से अभ्यर्थी इको गार्डन में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।