जानकारी के मुताबिक यहां कोतवाली सदर इलाके के गांव नगला चौबे के निवासी जितेंद्र का 18 वर्षीय बेटा योगेश 29 जून की रात अपने घर में जमीन पर सो रहा था। इस बीच उसे सांप ने डस लिया। परिवार के लोगों को इसकी जानकारी हुई तो वह उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे।
हाथरस: उत्तर प्रदेश के वैसे तो अंधविश्वास के कई मामले सामने आते रहते हैं। लेकिन नगला चौबे में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल 29 जून को सांप के काटने से युवक की मौत हो गई थी। इसके करीब 7 दिन बाद मां को सपना आया कि कब्र में दफ्न उसका बेटा जिंदा है। इसके बाद उन्होंने कब्र खुदवाने की कवायद शुरू कर दी। प्रशासन की अनुमति के बाद मंगलवार करीब दो बजे पोखर में बने कब्र को खोदकर देखा गया, तो वहां लड़के का शव अंदर ही रखा था। इतने दिन बीत जाने के कारण उसकी हालत खराब हो चुकी थी। ऐसे में लोगों ने फिर से मिट्टी डालकर उसे दफन कर दिया गया। प्रशासन की अनुमति के बाद मंगलवार करीब दो बजे पोखर में बने कब्र को खोदकर देखा गया, तो वहां लड़के का शव अंदर ही रखा था। इतने दिन बीत जाने के कारण उसकी हालत खराब हो चुकी थी। ऐसे में लोगों ने फिर से मिट्टी डालकर उसे दफन कर दिया गया।
सांप के काटने से हुई थी मौत
जानकारी के मुताबिक यहां कोतवाली सदर इलाके के गांव नगला चौबे के निवासी जितेंद्र का 18 वर्षीय बेटा योगेश 29 जून की रात अपने घर में जमीन पर सो रहा था। इस बीच उसे सांप ने डस लिया। परिवार के लोगों को इसकी जानकारी हुई तो वह उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बावजूद परिजन उसे झाड़-फूंक वाले के पास लेकर गए, उसने भी लड़के को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद योगेश के शव को गांव के पास स्थित हाथरसी देवी के मंदिर के पास बने पोखर में गड्ढा खोदकर दफना दिया गया।
मां को 2 दिन बाद आया सपना
मृत युवक की मां केला देवी के मुताबिक, उसे बेटे की मौत के 2 दिन बाद सपना आया। सपने में बेटे ने उससे कहा कि वह अभी जिंदा है और उसे गड्ढे से बाहर निकलवा लो। इस बात पर उसने तब तो भरोसा नहीं किया, लेकिन वहीं सपना मोहल्ले के कई युवकों व महिलाओं को भी आया। इसके साथ ही उनके 12 रिश्तेदारों को भी सपना आया, जिस पर मां की ममता जाग गई और फिर वह गड्ढा खोदकर अपनी तसल्ली के लिए शव को बाहर निकाने की जिद करने लगी।
दफन किए गए शव को बाहर निकाला गया
इसके बाद परिवार के लोग जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और अनुमति लेकर शव को बाहर निकालने में जुट गए। जिस स्थान पर सब को दफनाया गया था, वहां पानी भर गया था। ऐसे में वहां पहले पानी निकलवाया गया और फिर जेसीबी भी मंगवाई गई। शाम को जब कब्र से मिट्टी हटाई गई तो देखा कि शव गड्ढे में ही मौजूद है और काफी फूल गया है। इसके बाद उसे फिर से दफन कर दिया गया।
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