UP News: स्वच्छ अमृत महोत्सव-2021 में यूपी के इन शहरों ने बढ़ाया प्रदेश का मान, राष्ट्रपति ने किया सम्मानित

 उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री आशुतोष टंडन ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के तहत आयोजित स्वच्छ अमृत महोत्सव-2021 में राज्य के शहरों को देश के प्रतिष्ठित 18 पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। 

Pankaj Kumar | Published : Nov 24, 2021 2:37 PM IST

लखनऊ: आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से आयोजित किए गए स्वच्छ अमृत महोत्सव-2021(Clean Amrit Festival-2021) में उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) के कई शहरों ने यूपी का मान बढ़ाया है। प्रदेश के इन शहरों को देश के प्रतिष्ठित 18 पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री आशुतोष टंडन(Minister Ashutosh Tandon) ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि गार्वेज फ्री सिटी (Garage Free City) शहरों की श्रेणी में प्रदेश के 5 शहरों को स्टार रेटिंग के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।

'बेस्ट गंगा टाउन' में वाराणसी और 'बेस्ट स्टेट कैपिटल इन सिटीजन' में नम्बर 1 रहा लखनऊ
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित स्वच्छ अमृत महोत्सव-2021 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द(President Ram Nath Kovind)  ने ‘नम्बर वन बेस्ट गंगा टाउन' का पुरस्कार वाराणसी शहर को प्रदान किया। वाराणसी को यह पुरस्कार एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में मिला र्है। यह पुरस्कार प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने राष्ट्रपति से ग्रहण किया। स्वच्छ अमृत महोसव-2021 प्रदेश की राजधानी लखनऊ को ‘बेस्ट स्टेट कैपिटल इन सिटीजन फीड बैक’ का पुरस्कार दिया गया। 


क्लीनेस्ट मीडियम सिटी में नोएडा रहा अव्वल
 उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के एक अन्य बड़े शहर मेरठ को ‘फास्टेस्ट मूवर बिग सिटी’ के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मेरठ को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार 10 लाख से 40 लाख तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी के तहत मिला है। गाजियाबाद को ‘बेस्ट बिग सिटी इनोवेशन एण्ड बेस्ट प्रेक्टिसेस’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नोएडा को 3 लाख से 10 लाख तक के आबादी के शहरों की श्रेणी में ‘इण्डियाज क्लीनेस्ट मीडियम सिटी’ का पुरस्कार मिला।


कम आबादी वाले शहर भी हुए सम्मानित
मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि इस महोत्सव में एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में कन्नौज को ‘नम्बर वन बेस्ट गंगा टाउन’ का पुरस्कार मिला। हापुड़ शहर को 1 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की रेणी में ‘बेस्ट सिटी इन मैक्सीमम सिटीजन्स पार्टीसिपेशन’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पटियाली को 1 लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में ‘बेस्ट सिटी इन मैक्सीमम सिटीजन्स पार्टीसिपेशन’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। हसनपुर शहर को 50 हजार से 1 लाख की श्रेणी में ‘फास्टेस्ट मूवर सिटी’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 
आवागढ़ शहर को 25 हजार आबादी वाले शहरों की श्रेणी में एवं गजरौला को 50 हजार से 1 लाख की श्रेणी में ‘बेस्ट सिटी इन सिटीजन फीडबैक’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मेरठ कैन्ट को 1 लाख की आबादी वाले शहर की श्रेणी में ‘इण्डियाज क्लीनेस्ट कैन्टोनमेन्ट’ के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ ही वाराणसी कैन्ट को लाख से अधिक आबादी वाले शहर की श्रेणी में ‘बेस्ट कैन्टोनमेन्ट इन सिटीजन फीडबैक’ के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।


गार्वेज फ्री सिटी शहरों की श्रेणी में प्रदेश के 5 शहरों को मिला स्टार रेटिंग 
गार्वेज फ्री सिटी शहरों की श्रेणी में प्रदेश के 5 शहरों को स्टार रेटिंग का पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसमें 10 लाख की आबादी से अधिक शहरों की श्रेणी में लखनऊ एवं गाजियाबाद को, 1 लाख से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में नोएडा, अलीगढ़ एवं झाँसी को स्टार रेटिंग का पुरस्कार मिला। बीते वर्षों में नगर विकास विभाग में स्वच्छता अभियान को जन आन्दोलन के रूप में क्रियान्वित करने हेतु दृढ़ सकल्पित हो कार्य किया गया है और उसी का परिणाम रहा है कि जहां वर्ष 2018 में हुए स्वच्छ सर्वेक्षण में राज्य की रैकिंग देश में 18वें स्थान पर थी। वहीं इसमें उत्तरोत्तर प्रगति करते हुए इस वर्ष की रैकिंग में राज्य छठे स्थान पर रहा। 

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