ट्रांसफर मामले में 22 सीएमओ व 7 अस्पतालों के निदेशक के खिलाफ हुआ एक्शन, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

स्वास्थ्य विभाग में हेराफेरी का मामला सामने आया है। स्थानान्तरण में की गई गड़बड़ियों को लेकर निदेशक प्रशासन राजा गणपति ने सीएमओ अयोध्या सहित प्रदेश के 22 सीएमओ व सात अस्पतालों के निदेशक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

लखनऊ: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के लेटर वायरल मामले के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।  ट्रांसफर में हेराफेरी का मामला सामने आया है। जो डॉक्टर 10 साल से अधिक समय से जनपद में कार्यरत हैं उनको तीन वर्ष कार्य करते बताया गया है। कई डॉक्टर 10 साल से अधिक समय से एक ही सीएचसी पर कार्यरत हैं। यही नहीं लेबल टू व थ्री के चिकित्सा अधिकारियों का सीएमओ स्तर से स्थानान्तरण कर दिया गया। जब कि उनका स्थानान्तरण शासन से किया जाता है। स्थानान्तरण में की गई गड़बड़ियों को लेकर निदेशक प्रशासन राजा गणपति ने सीएमओ अयोध्या सहित प्रदेश के 22 सीएमओ व सात अस्पतालों के निदेशक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

निदेशक प्रशासन ने जवाब किया तलब
निदेशक प्रशासन राजा गणपति ने जब भेजी गई स्थानान्तरण सूची की जांच करायी तो अयोध्या सहित कई जनपद में भारी अनियमिता मिली। इसे लेकर निदेशक प्रशासन ने सीएमओ अयोध्या से जवाब तलब किया है। स्वास्थ्य विभाग में किए गए लगभग सभी स्थानान्तरण में जमकर खेल किया गया। सीएचसी मसौधा पर कार्यरत एक चिकित्सक लगभग 10 वर्ष से एक ही स्थान पर नियुक्त है। इसी प्रकार सीएचसी मिल्कीपुर प्रभारी अहमद हसन किदवई जो लगभग 10 वर्ष से एक ही सीएचसी पर नियुक्त हैं।

Latest Videos

इन कर्मचारियों के हुए नियम के खिलाफ ट्रांसफर
इसी प्रकार सीएचसी खण्डासा के अधीक्षक डा.संतोष कुमार भी कई वर्षों से खण्डासा सीएचसी का कार्यभार देख रहे हैं। रुदौली सीएचसी पर नियुक्त डा. मदन बरनवाल लगभग 10 वर्ष से इसी क्षेत्र में नियुक्त हैं। उनका गैर जनपद स्थानान्तरण होना था। किन्तु शासन को गुमराह कर दोबारा सीएचसी रुदौली का प्रभारी बन गए।

सीएचसी मवई में अधीक्षक रहे डा. रविकांत वर्मा को गैर जनपद भेजा जाना था किन्तु उन्हें उसी सीएचसी पर समायोजित कर प्रभारी से हटाकर चिकित्सक के रूप में रख लिया गया। सीएचसी प्रभारी बीकापुर को भी सात वर्ष से अधिक जनपद में सेवा देते हो गया है किन्तु उनका स्थानान्तरण कहीं नही किया गया। सीएचसी पूरा बाजार में नियुक्त डा. अमित कुमार भी काफी समय से एक ही स्थान पर प्रभारी बने हैं। उनको स्थानान्तरण नहीं किया गया। 

तुलसी महिला चिकित्सालय में कार्यरत डा. रीना सिंह, जिला चिकित्सालय में कार्यरत डा. वेद प्रकाश सिंह लम्बे समय से अयोध्या जनपद में हैं। उनका गैरजनपद स्थानान्तरण होना था किन्तु उनका स्थानान्तरण नही किया गया। इसी प्रकार कई अन्य चिकित्सकों के स्थानान्तरण में भी हेराफेरी की गई है। सीएमओ कार्यालय की मिली भगत से शासन को गुमराह किया गया है।

यूपी में शिक्षकों का तबादला होगा कठिन, नई पॉलिसी में किए गए हैं कई बदलाव

Share this article
click me!

Latest Videos

तेलंगाना सरकार ने क्यों ठुकराया अडानी का 100 करोड़ का दान? जानें वजह
संभल हिंसा पर कांग्रेस ने योगी और मोदी सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस के कार्यक्रम में राहुल गांधी का माइक बंद ऑन हुआ तो बोले- मुझे बोलने से कोई नहीं रोक सकता
Kharmas 2024: दिसंबर में कब से लग रहे हैं खरमास ? बंद हो जाएंगे मांगलिक कार्य
'भविष्य बर्बाद न करो बेटा' सड़क पर उतरे SP, खुद संभाला मोर्चा #Shorts #Sambhal