वरिष्ठ जेल अधीक्षक लखनऊ की तरफ से दी गई जानकारी देते हुए बताया गया कि 2 जुलाई को ही आरोपी कैदी जमानत पर जेल से रिहा हो चुका है। बता दें धमकी भरे पत्र पर विजय जायसवाल का नाम लिखा हुआ था जो कुछ समय पहले ही जमानत पर छूटा है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को जेल में बंद एक कैदी ने सर्राफा कारोबारी को धमकी देने का मामला सामने आया था। इसमें एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल आऱोपी कैदी जेल से रिहा हो चुका है और धमकी भरा पत्र जेल के अंदर से नहीं बल्की बाहर से ही भेजा गया है।
2 जुलाई को आरोपी कैदी जेल से हो चुका रिहा
वरिष्ठ जेल अधीक्षक लखनऊ की तरफ से दी गई जानकारी देते हुए बताया गया कि 2 जुलाई को ही आरोपी कैदी जमानत पर जेल से रिहा हो चुका है। बता दें धमकी भरे पत्र पर विजय जायसवाल का नाम लिखा हुआ था जो कुछ समय पहले ही जमानत पर छूटा है। जिला कारागार में बंद कैदी के व्यापारी से रंगदारी मांगने का मामला पूरे दिन चर्चा में रहा था। इसको लेकर पीड़ित की तरफ से कृष्णानगर थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी।
ये था पूरा मामला
शहर के आलमबाग के रामनगर निवासी आकाश की आर के ज्वेलर्स के नाम की दुकान है। दरअसल शुक्रवार की शाम को कारोबारी को एक कोरियर के जरिए पत्र मिला। जिसमें लिखा था कि कमाते बहुत हो पर अब मुझे भी देना पड़ेगा। लखनऊ जेल में मुलाकात लगवाकर पांच लाख पहुंचाओ। पुलिस को बताने की गलती नहीं करना वरना बाकियो की तरह तुम भी मारे जाओगे। सैम्पल में कारतूस भेज रहा हूं। उम्मीद है, इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा। चिट्ठी के नीचे विजय कुमार जायसवाल, लखनऊ जेल लिखा हुआ था।
चिट्ठी के साथ आरोपी ने भेजा था कारतूस
लखनऊ जेल में बंद कैदी द्वारा भेजा पत्र निजी कोरियर कंपनी के जरिए आया था। साथ ही पत्र के डिब्बे में एक कारतूस भी था। जिसका जिक्र बदमाश ने अपने पत्र में भी किया है। कारोबारी को मिली धमकी के बाद कृष्णानगर थाने में शिकायत की है। जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सूचना मिलते ही एडीसीपी राघवेंद्र मिश्रा पूरी टीम के साथ पड़ताल करने पहुंचे। पुलिस के अनुसार इस मामले की जांच की जा रही है। जांच में खुलासा होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। दोबारा योगी सरकार आने के बाद अपराधियों के हौसले पस्त होने के साथ-साथ बुलंद होते जा रहे है। जेल में बंद बादमाश ने कारोबारी से लाखों रुपए की मांग रख दी।