मथुरा: कुर्सियों का पुल बना जिम्मेदारी निभाने पहुंची शिक्षिका पर गिरी गाज, अनुपस्थित टीचरों पर कार्रवाई कब?

मथुरा में बच्चों से कुर्सियों कर पुल बनवाने वाली टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई प्रभारी बीएसए नीतू सिंह ने की है। स्कूल में पानी भर गया था। पैर गंदे न हों जाएं, इसके लिए एक महिला टीचर ने छोटे-छोटे बच्चों से कुर्सियों का पुल बनवाया। 

Asianet News Hindi | Published : Jul 28, 2022 8:34 AM IST / Updated: Jul 28 2022, 02:06 PM IST

मथुरा: भरी बरसात में जलभराव के बीच कुर्सी का पुल बनवा सराकरी स्कूल पहुंची शिक्षिका पर गाज गिरा दी गई है। हालांकि अनुपस्थित रहे छह शिक्षिकों पर कोई एक्शन नहीं हुआ है। बता दें कि जिस सरकारी स्कूल का यह वीडियो वायरल हुआ था। वहां पर कुल 7 शिक्षिकों की तैनाती है। बारिश और जलभराव के बाद इसमे से छह शिक्षिकों ने तो स्कूल जाना ही जरूरी नहीं समझा।  सहायक अध्यापिका पल्लवी इकलौती ऐसी शिक्षिका थीं जो उस दिन स्कूल पहुंची थीं। उसी के बाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

बीएसए ने नहीं दिया जवाब
मथुरा में बच्चों से कुर्सियों कर पुल बनवाने वाली टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई प्रभारी बीएसए नीतू सिंह ने की है। स्कूल में पानी भर गया था। पैर गंदे न हों जाएं, इसके लिए एक महिला टीचर ने छोटे-छोटे बच्चों से कुर्सियों का पुल बनवाया। वहीं इस स्कूल में बरसात के दौरान अनुपस्थित टीचरों पर कार्रवाई के बारे में जानकारी की कोशिश की गई तो बीएसए ने कोई जवाब नहीं दिया। 

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मथुरा में एक सरकारी स्कूल में बरसात का पानी भर गया। इससे पूरा स्कूल तालाब सा बन गया। इसके बाद टीचर्स को आने जाने में दिक्कत होने लगी। पैर गंदे न हों जाएं, इसके लिए एक महिला टीचर ने छोटे-छोटे बच्चों से कुर्सियों का पुल बनवाया। फिर कुर्सियों पर चढ़कर गेट से स्कूल के बरामदे तक पहुंची। मामला मथुरा के बलदेव ग्राम पंचायत दघेटा के प्राथमिक विद्यालय का है। इसका वीडियो सामने आया। 

जल निकास की कोई व्यवस्था नहीं
सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल सुजाता सिंह ने बताया कि बीते कुछ दिनों से स्कूल के सामने रोड बनाई जा रही है। जिसमें मिट्‌टी डाली गई है। इस वजह से रोड तो ऊपर हो गई है लेकिन स्कूल नीचे हो गया है। जिसकी वजह से बरसात का सारा पानी स्कूल में भर जा रहा है। इसकी जानकारी खंड विकास अधिकारी बलदेव और शिक्षा विभाग को दी गई है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

स्कूल में हैं 222 छात्र छात्राएं​​​​
प्रिंसिपल सुजाता सिंह ने बताया कि स्कूल में कुल 222 छात्र छात्राएं हैं। मंगलवार को जब पानी भर गया तो छोटे बच्चों को घर वापस भेजना पड़ा। बड़े बच्चों को पढ़ाया गया। स्कूल में पानी भरा रहने से गंदगी फैलने लगती है। जिससे बीमारी फैलने का डर भी रहता है।
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