UP News: काशीवासियों को सौगात देने दिसम्बर में वाराणसी पहुचेंगे पीएम, काशी विश्वनाथ धाम का करेंगे लोकार्पण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाने और तैयारियों का जयजा लेने के लिए खुद वाराणसी पहुंचेंगे। पीएम मोदी का दिसंबर में तीन दिन का दौरा प्रस्तावित है। काशी पहुंच कर वो काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करेंगे साथ ही संतों को भी संबोधित करेंगे।

Pankaj Kumar | Published : Nov 27, 2021 7:28 AM IST

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के लोगों को सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) एक बार फिर बनारस आ रहे हैं। प्रधानमंत्री 13 से लेकर 15 दिसंबर तक तीन दिन के दौरे पर  काशी आ रहे हैं। 13 दिसंबर को वह काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishvnath Dham) का लोकार्पण करेंगे। वहीं दूसरे दिन धाम परिसर में ही देशभर के भाजपा व सहयोगी दलों वाले मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसी दिन वह देशभर के महापौर से भी रूबरू होंगे। अंतिम दिन वह शहंशाहपुर में कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट का निरीक्षण करने के बाद सभा को संबोधित करेंगे। 

सीएम करेंगे तैयारियों की समीक्षा 

यह कार्यक्रम प्रदेश शासन ने तैयार किया है और इसकी अनुमति के लिए पीएमओ को भेजा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) भी शनिवार को इन्हीं कार्यक्रमों पर रूपरेखा बनाएंगे। जानकारी मुताबिक प्रधानमंत्री काशी में 13 दिसंबर की सुबह करीब 9.30 बजे आगमन कर सकते हैं। वह बाबतपुर एयरपोर्ट से हेलीकाप्टर से डोमरी हेलीपैड पर उतरेंगे। वहां से क्रूज से विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे। 

पीएम संतों को करेंगे संबोधित

यहां बाबा का दर्शन-पूजन कर कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद देशभर से आए संत, महंत, योगी, महामंडलेश्वर आदि धर्माचार्यों से मिलेंगे और संबोधित भी करेंगे। सूत्रों के मुताबिक पीएम का मंदिर में करीब पौने दो घंटे का कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया है। 14 दिसंबर को वह फिर विश्वनाथ धाम जाएंगे। यहां मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह देशभर से आमंत्रित महापौरों के सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। 

पीएम कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट का करेंगे उद्घाटन

पीएम 13 व 14 दिसंबर को बरेका के गेस्ट हाउस में रात्रिविश्राम करेंगे। अंतिम दिन वह शहंशाहपुर जाएंगे। यहां अडानी समूह की ओर से तैयार कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट के उद्घाटन के बाद उसकी खूबियां भी जानेंगे। तत्पश्चात किसानों की सभा को संबोधित करेंगे। कुछ प्रगतिशील किसानों से संवाद भी कर सकते हैं।

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