अंशिका यादव ने बताया कि मेरे पिता रामबहादुर यादव और मां गीता देवी केवल 10वीं तक पढ़े हैं। पिता की बाबूगंज में जूते-चप्पल की दुकान है, जबकि मां हाउस वाइफ हैं। आर्थिक तंगी के कारण मेरे पिता आगे नहीं पढ़ सके थे। उनका सपना है कि मेरी बेटी खूब पढ़े। यही कारण है कि मेरे मां-बाप ने मुझे खूब सपोर्ट दिया और आज रिजल्ट सबके सामने है।
प्रयागराज: बीते शनिवार को यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट का परिणाम जारी कर दिया गया। यूपी में टॉपरों की कई ऐसी कहानी आईं जिसने सबको हैरान कर दिया। इन्ही में से एक अंशिका यादव हैं। जिन्होंने इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। अंशिका को 95% अंक मिले हैं। अंशिका ने सीएम योगी से गांव की सड़क बनवाने का तोहफा मांगा है।
आर्थिक तंगी के कारण नहीं पढ़ सके मेरे पिता
अंशिका यादव ने बताया कि मेरे पिता रामबहादुर यादव और मां गीता देवी केवल 10वीं तक पढ़े हैं। पिता की बाबूगंज में जूते-चप्पल की दुकान है, जबकि मां हाउस वाइफ हैं। आर्थिक तंगी के कारण मेरे पिता आगे नहीं पढ़ सके थे। उनका सपना है कि मेरी बेटी खूब पढ़े। यही कारण है कि मेरे मां-बाप ने मुझे खूब सपोर्ट दिया और आज रिजल्ट सबके सामने है।
अंशिका ने बताया कि वह बच्चा राम यादव इंटर कॉलेज भुलई का पुरवा, प्रयागराज की छात्रा है। स्कूल से आने के बाद अपने टाइम टेबल के हिसाब से घर पर नियमित 6 घंटे पढ़ाई करती रही। इससे सिलेबस को कवर करने, रिवाइज करने में मदद मिली।
इंटर में पीसीएस ग्रुप से अंशिका ने 500 अंकों में से 475 अंक हासिल कर प्रदेश में दूसरा स्थान हसिल किया है। अंशिका ने बताया कि स्कूल में जो चैप्टर आज पढ़ाया जाएगा उसे हमने एक दिन पहले ही पढ़कर ही स्कूल जाने की रणनीति बना रखी थी।
पढ़कर जाने, स्कूल में पढ़ाए जाने से और आने के बाद उस चैप्टर को रिवाइज करने से हमारा सिलेबस अच्छे से तैयार हो गया था।
मेरे मां और बाप का मिला पूरा सपोर्ट
अंशिका ने बताया कि हमने एग्जाम टाइम में केवल रिवाइज करा। फिजिक्स, केमिस्ट्री के कंसेप्ट को रिवाइज किया और मैथ की खूब प्रैक्टिस की। इससे हमारे ऊपर एग्जाम टाइम में कोई प्रेशर नहीं रहा।
हर सब्जेक्ट को अच्छे से तैयार करने का भरपूर समय मिला। जो पढ़ा, जितना पढ़ा अच्छे से तैयार होता गया। इसमें मेरी मां और बाप का भी पूरा सहयोग और प्रोत्साहन मिला।
अंशिका के पास नहीं है सोशल मीडिया
अंशिका यादव के पिता राम बहादुर यादव ने बताया कि हमने अपनी बेटी को पर्सनल मोबाइल नहीं दिया है। स्कूल में भी मोबाइल ले जाना मना है। उसे अगर कोई चीज देखनी या सुननी होती है तो मेरा मोबाइल बताकर लेती है। अंशिका सोशल मीडिया का यूज नहीं करती हैं। उन्होंने बताया कि आईएएस बनने लक्ष्य ठाना है। ऐसे में अगर अभी से फेसबुक और इंस्टाग्राम चलाने जैसे अनप्रोडक्टिव वर्क में लग जाएंगे तो वहां तक पहुंचेंगे कैसे?
टॉपर ने सीएम योगी से सड़क बनवाने का तोहफा मांगा है
अंशिका यादव के फाजिलपुर गांव की सड़क बदहाल है। पिछले पांस चाल से इसकी मरम्मत नहीं हुई है। सड़क पर चार से पांच फीट के गड्ढे हैं। उनमें नाली का पानी भरा रहता है।
कई बार इन गड्ढों से गुजरते हुए कपड़े तक खराब हो जाते हैं। यूपी की इस टॉपर बिटिया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गांव की सड़क बनवाने का तोहफा मांगा है।