UP में बेकाबू कोरोना: पूरे प्रदेश में लगा वीकेंड लॉकडाउन, बिना मास्क के दिखे तो 1000 रुपए का जुर्माना

सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सभी जिला कलेक्टर, सभी सीएमओ और मंडलायुत्तों के साथ कोरोना समीक्षा बैठक की, जिसमें संक्रमण रोकने की नई गाइडलाइन पर चर्चा हुई। जिसके बाद पूरे राज्य में वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला किया।

Asianet News Hindi | Published : Apr 16, 2021 8:01 AM IST / Updated: Apr 16 2021, 01:48 PM IST

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। यहां संक्रमित मरीजों की संख्या से लेकर मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। बिगड़ते हालात और संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए योगी सरकार ने संपूर्ण राज्य में एक साथ वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। जिसके तहत रविवार को सभी शहरी एंव ग्रामीण क्षेत्रों में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा। यानि लोगों के घरों से बाहर निकलने पर पूर्णतया पाबंदी रहेगी। साथ ही नियम तोड़ने वालों पर जुर्माना लगाकर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।

सीएम ने सभी जिले के कलेक्टरों के साथ की बैठकर
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सभी जिला कलेक्टर, सभी सीएमओ और मंडलायुत्तों के साथ कोरोना समीक्षा बैठक की, जिसमें संक्रमण रोकने की नई गाइडलाइन पर चर्चा हुई। जिसके बाद पूरे राज्य में वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला किया। वीकेंड लॉकडाउन के अलावा राज्य में बड़े स्तर पर सैनिटाइजेशन अभियान चलाने का भी फैसला हुआ।

बिना मास्क पर 1000 रुपए का जुर्माना
सीएम ने सभी जिले के अधिकारियों को सख्त आदेश दिए हैं कि  रविवार को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर पूर्णतया बंदी रहेगी। जो कोई भी इस दौरान पहली बार बिना मास्क के पकड़े गया तो उस पर 1000 रुपए का जुर्माना लगेगा। वहीं दूसरी बार बिना मास्क का दिखा तो उसपर 10 गुना जुर्माना लगाया जाएगा।

सीएम योगी ने दिए यह आदेश
- मुख्यमंत्री ने अपने फैसले  RT-PCR टेस्ट की संख्या को बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा है कि निजी लैब भी अपनी टेस्टिंग क्षमता का विस्तार करें।
-लखनऊ में 1000 बेड का नया कोविड अस्पताल स्थापित हो। इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही तत्काल सुनिश्चित की जाए।
- प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में OPD सेवाएं ठप रहेंगी। टेलीकन्सल्टेशन को बढ़ावा दिया जाए। सरकारी अस्पतालों में केवल आपातकालीन सेवाएं ही संचालित हों। 
-मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों का आयोजन 15 मई तक के लिए स्थगित रखा जाए।
- कोविड मरीजों के उपचार में इस्तेमाल होने वाली रेमडेसिविर सहित अन्य दवाओं की सुचारु उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
- ऑक्सीजन तथा रेमडेसिविर के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री कार्यालय तथा मुख्य सचिव कार्यालय द्वारा निरन्तर समीक्षा की जाए।
- प्रदेश के सभी जिलों में, ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य अभियान के रूप में संचालित किया जाए।
- सभी जनपदों के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की अनवरत आपूर्ति बनी रहे। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग मेडिकल ऑक्सीजन की सुचारु आपूर्ति के सम्बन्ध में कण्ट्रोल रूम स्थापित करे।
- 2,000 से अधिक ऐक्टिव कोरोना केस वाले 10 जनपदों- लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर नगर, वाराणसी, गौतमबुद्धनगर, गोरखपुर, मेरठ, बरेली, झांसी और बलिया में तत्काल प्रभाव से कोरोना कर्फ्यू की अवधि को बढ़ाकर रात्रि 08 बजे से सुबह 07 बजे तक किया जाए।
 

 

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