पूर्व सांसद दाऊद अहमद ने यह इमारत राजधानी लखनऊ में अवैध रूप से बनाई थी। जिसमें दर्जनों फ्लैट बनाए गए थे, जिनकी कीमत करीब 100 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। लेकिन रविवार को जिला प्रशासन की टीम और भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और बिल्डिंग को गिराने का काम शुरू करा दिया गया।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का अवैध निर्माण के खिलाफ लगातार सख्त एक्शन जारी है। इस सिलसिले में रविवार को पूर्व सांसद दाऊद अहमद की अवैध संपत्ति पर कार्रवाई की गई। प्रशासन ने पूर्व सांसद की बहुमंजिला इमारत पर जेसीबी चलवाकर उसे जमींदोज कर दिया।
कुछ ही घंटों में जमींदोज हुई 100 करोड़ की इमारत
दरअसल, पूर्व सांसद दाऊद अहमद ने यह इमारत राजधानी लखनऊ में अवैध रूप से बनाई थी। जिसमें दर्जनों फ्लैट बनाए गए थे, जिनकी कीमत करीब 100 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। लेकिन रविवार को जिला प्रशासन की टीम और भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और बिल्डिंग को गिराने का काम शुरू करा दिया गया।
जिला प्रशसान और जिला अधिकारी को दिए सख्त आदेश
बता दें कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने 3 जुलाई को इस अवैध इमारत को गिराने के आदेश जिला प्रशसान और जिला अधिकारी को दिए थे। साथ ही 15 दिनों में इसे गिराकर जानकारी देने को कहा था। लेकिन एक दिन बाद ही इस पर शख्त कारर्वाई की गई।
देखते ही देखते 6 मंजिला इमारत खड़ी हो गई
बता दें कि पुरातत्व विभाग इस अवैध निमार्ण को गिराने और रुकवाने के लिए साल 2018 से ही नोटिस दे रहा था । लखनऊ के डीएम से लेकर कमिश्नर सहित तमाम अधिकारियों को पत्र लिखे गए। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। देखते ही देखते 6 मंजिला इमारत खड़ी हो गई। फिर इसी साल सर्वेक्षण विभाग ने 24 जून 2021 को दाउद अहमद को एक और नोटिस भेजा और 7 दिन के अंदर जवाब मांगा और अवैध निमार्ण हटाने को कहा। जब कोई जवाब नहीं आया तो एक दिन पहले फिर 3 जुलाई को इस बिल्डिंग को गिराने के सख्ती से आदेश जारी किए गए।
इमारत गिराते वक्त हादसा भी हुआ
बताया जा रहा है कि इस अवैध निर्माण गिराने के दौरान हादसा भी हो गया है। जिसमें जेसीबी का मलबे में दब गया। हलांकि पुलिस ने बड़ी मुस्तैदी से उसे मिट्टी के नीचे से निकाल लिया है। आनन-फानन में उसे अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी जान खतरे से बाहर बताई है।