पूर्व सांसद प्रभुदयाल कठेरिया ने बताया कि वे पिछले 30 साल से पार्टी में सेवा कर रहे हैं। उन्होंने अपने लिए 2012 से चुनाव लडऩे के लिए टिकट मांगे हैं, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन देते रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे जूनियर हैं। मैं अटल बिहारी वाजपेई का शिष्य हूं। बीजेपी को उस चुनाव जिताया था जब पार्टी का वजूद नहीं था। वर्ष 1991 से लेकर लगातार 10वीं, 11वीं और 12वीं लोकसभा का चुनाव जीता है। अगर पार्टी उन्हेंं और उनके समाज का लगातार तिरस्कार करेगी तो इसका खामियाजा पार्टी को उठाया पड़ेगा।
सुनील कुमार, आगरा
उत्तर प्रदेश के चुनाव में नेताओं की भगदड़ ने सियासी सरगर्मियां बढ़ गईं हैं। बीजेपी से तीन बार सांसद रहे प्रभु दयाल कठेरिया (Prabhudayal Katheria) ने पार्टी छोडऩे का एलान कर दिया है। सोमवार को उन्होंने अपने आवास पर इसकी घोषणा की है। प्रभुदयाल कठेरिया पार्टी के शीर्ष नेताओं से काफी नाराज दिखाई दिए। उन्होंने अपने बेटे को आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ाने का एलान कर दिया है। सोमवार को उन्होंने अपने बेटे अरुण कांत कठेरिया का नामाकंन पत्र भी जमा कराया है। उन्होंने बताया कि बीजेपी ने उनका बीते 2012 से लगातार तिरस्कार किया है। वे लगातार टिकट मांगते रहे और उन्हें झूठा दिलासा दिया गया।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। आगरा की सभी नौ विधानसभा सीट पर बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। टिकटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी नेताओं में रार मची है। आगरा की पांच विधानसभा सीटों पर पार्टी ने नये चेहरों को मौका दिया है। टिकट कटने और टिकट ना मिलने दोनों स्तर के नेता बगावती तेवर दिखा चुके हैं। बड़ा सवाल यह है कि ये नेता पार्टी का कहां तक नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये तो आगामी चुनाव परिणामों से ही पता चलेगा। बहरहाल आगरा में सियासत का बाजार गर्म है। प्रभुदयाल कठेरिया के आवास पर आम आदमी पार्टी के नेताओं की भीड़ जुटी है। उन्होंने अपने बीजेपी पार्टी के नेताओं पर
वर्ष 2012 से मांग रहे थे टिकट
पूर्व सांसद प्रभुदयाल कठेरिया ने बताया कि वे पिछले 30 साल से पार्टी में सेवा कर रहे हैं। उन्होंने अपने लिए 2012 से चुनाव लडऩे के लिए टिकट मांगे हैं, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन देते रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे जूनियर हैं। मैं अटल बिहारी वाजपेई का शिष्य हूं। बीजेपी को उस चुनाव जिताया था जब पार्टी का वजूद नहीं था। वर्ष 1991 से लेकर लगातार 10वीं, 11वीं और 12वीं लोकसभा का चुनाव जीता है। अगर पार्टी उन्हेंं और उनके समाज का लगातार तिरस्कार करेगी तो इसका खामियाजा पार्टी को उठाया पड़ेगा।
बेटे लड़ेगा आप से चुनाव
प्रभुदयाल कठेरिया ने आगरा की ग्रामीण विधानसभा से अपने बेटे अरुण कांत कठेरिया का नामांकन पत्र दाखिल किया है। अरुण कांत आम आदमी पार्टी से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। प्रभुदयाल कठेरिया का कहना है आगरा में दो सुरक्षित सीट हैं, लेकिन उनके समाज के किसी नेताओं को टिकट नहीं दिया है। उत्तर प्रदेश में कठेरिया समाज के आठ से 10 लाख वोट हैं।