उत्तराखंड: रुड़की में होने वाली हिंदू महापंचायत पर रोक, 3 आश्रम के संत समेत 9 लोग गिरफ्तार

उत्तराखंड में होने वाली हिंदू महापंचायत पर जिला प्रशासन की ओर से रोक लगा दी गई है। मौके पर टकराव के हालात भी देखे जा रहे हैं। इसी बीच पुलिस ने 3 संतों समेत कुल 9 लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं आयोजक इसको लेकर नाराज नजर आ रहे हैं। 

Gaurav Shukla | Published : Apr 27, 2022 7:51 AM IST

रुड़की: डाडा जलालपुर में प्रस्तावित हिंदू महापंचायत पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है। इस रोक के बाद टकराव के हालात देखे गए। इस बीच भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती वहां पर कर दी गई है। अयोजकों का कहना है कि हर हाल में महापंचायत होगी भले ही इसे थाने में ही क्यों न करना पड़े। 

कुल 9 लोगों को किया गया है गिरफ्तार

पुलिस ने स्वामी दिनेशानंद भारती समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें से 6 लोगों की गिरफ्तारी मंगलवार की शाम को की गई जबकि 3 की गिरफ्तारी बुधवार को हुई। हुई गिरफ्तारियों में तीन आश्रम के संत भी शामिल हैं। मामले में पुलिस ने काली सेना के संस्थापक और शंकराचार्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद स्वरूप को तो स्वामी दिनेशानंद के आश्रम में ही रोक लिया। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बताया गया कि हिंदू पंचायत के आयोजन पर रोक के बावजूद भगवानपुर जाने की कोशिश कर रहे थे। इस बीच पुलिस ने उन्हें रोकने के साथ ही किसी भी तरह की पंचायत न करने की हिदायत दी। इस बारे में पूरी जानकारी आनंद स्वरुप के आश्रम शांभवी धाम की ओर से दी गई। 

10 किलोमीटर के दायरे में पुलिसकर्मियों की तैनाती

ज्ञात हो कि महापंचायत पर रोक के चलते पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। मामले में सतर्कता बरतते हुए 10 किलोमीटर के दायरे में भी पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। पुलिस के अधिकारी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि अब महापंचायत नहीं होगी सभी लोग शांति और अमन को बनाए रखें। गांव में प्रशासन की ओर से 144 धारा लगाई गई है। हालांकि स्कूल और कॉलेज खुले हुए हैं। लेकिन इस बीच काफी कम संख्या में बच्चे स्कूल पहुंच रहे हैं। बताया गया कि उच्च प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत 252 बच्चों में से सिर्फ 25 ही वहां उपस्थित हुए। 

महापंचायत के लिए लगाए तंबू उखाड़े गए

पुलिस ने मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही गांव में महापंचायत के लिए लगाए गए तंबू को भी उखाड़ दिया है। प्रशासन ने तकरीबन 5 किलोमीटर की परिधि में आने वाले 10 गांवों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। गांव में पुलिस का भी सख्त पहरा है। पुलिस के द्वारा फ्लैग मार्च किए जाने के साथ ही यहां ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है।

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